
नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर। राहुल विश्वकर्मा आत्महत्या कांड में मुख्य आरोपी फैज अली पुलिस हिरासत से फरार हो गया। उरला थाना पुलिस ने उसे हिरासत में लिया था, लेकिन रात के दौरान वह हथकड़ी खिसकाकर पुलिस को चकमा देकर भाग निकला।
घटना के बाद पुलिस ने रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और अन्य संभावित ठिकानों पर सर्च अभियान चलाया, लेकिन आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला। इस घटना ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सड़क हादसे से आत्महत्या तक
16 अक्टूबर को बीरगांव मठपारा निवासी 20 वर्षीय राहुल विश्वकर्मा अपनी मोटरसाइकिल से शुक्रवारी बाजार जा रहा था। रास्ते में सैफ अली की बाइक से उसकी टक्कर हो गई। इसके बाद विवाद बढ़ा और सैफ अली के साथ मौजूद ताजुद्दीन खान और छोटे उर्फ शैफुद्दीन अंसारी ने राहुल से 10 से 15 हजार रुपये की मांग की। गाली-गलौज और मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी भी दी गई। आरोपियों ने उसकी बाइक भी अपने पास रख ली।
घटना के दबाव और तनाव में राहुल ने उसी दिन शाम छह बजे अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
परिजनों और संगठनों का आक्रोश
राहुल के परिजनों का कहना है कि वह बालाजी ट्रेडर्स में काम करता था और बेहद जिम्मेदार युवक था। घटना के बाद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव कर आरोपियों की गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। लेकिन अब मुख्य आरोपी फैज अली के थाने से फरार हो जाने के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। परिजनों और संगठनों ने इसे पुलिस की गंभीर लापरवाही करार दिया है।