नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर। नगर निगम में भाजपा की ऐतिहासिक जीत के बाद महापौर मीनल चौबे सहित 70 पार्षद 27 फरवरी को शपथ लेंगे। वहीं इसके बाद एमआईसी सदस्यों के नियुक्ति की प्रक्रिया तेज हो जाएगी। महापौर के नेतृत्व में 14 सदस्यीय मेयर इन काउंसिल (एमआईसी) गठित होगी।
ये सभी अलग-अलग विभागों के अध्यक्ष कहलाएंगे। निगम सरकार की नई परिषद में अनुभवियों के साथ कई नए चेहरों को भी मौका मिलने के आसार हैं। इसमें मुख्य तौर से सरिता आकाश दुबे, दीपक जायसवाल के नाम सबसे अधिक चर्चा में हैं।
इन दोनों ने पिछली परिषद में सत्ता पक्ष के खिलाफ जमकर सवाल उठाए थे और अपने प्रदर्शन से पार्टी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को साबित किया था। इससे एमआईसी में इनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। इनके अलावा कई नए और सीनियर पार्षदों के नाम भी इस रेस में शामिल हैं।
इसमें साधना प्रमोद साहू, गज्जू साहू, गोपेश साहू, अमर गिदवानी और गायत्री सुनील चंद्राकर जैसे नाम शामिल हैं। इन नए और अनुभवी चेहरों का मिश्रण नगर निगम के कार्यों को संतुलित दिशा देने के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
रायपुर नगर निगम में इस बार कांग्रेस के केवल सात पार्षद ही चुनकर आए हैं। इन्हीं में से नेता प्रतिपक्ष का चुनाव होना है। कांग्रेस के भीतर इस पद के लिए दो प्रमुख नामों की चर्चा हो रही है।
इसमें संदीप साहू और शेख मुशीर शामिल हैं। दोनों ही पार्षद अपने-अपने क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं और निगम के कार्यों में बदलाव लाने के लिए तैयार हैं। इन दोनों में से कोई एक नेता प्रतिपक्ष के रूप में दिखाई दे सकता है।
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निगम के पूर्व उपनेता प्रतिपक्ष मनोज वर्मा को महापौर मीनल चौबे की परिषद में अहम विभाग सौंपा जा सकता है, क्योंकि वे भी पिछले कार्यकाल में जनता की आवाज को बेबाकी के साथ सदन में रखने की भूमिका निभाते रहे हैं। इसके चलते उन्हें भी निगम के अहम विभागों की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
चल रही चर्चाओं के अनुसार शपथ ग्रहण समारोह के बाद एमआईसी का गठन होगी। वहीं जोन के लिए अध्यक्षों की नियुक्ति भी होगी। नियम अनुसार सभापति अपने जोन का जोन अध्यक्ष होगा। बाकी के 9 जोन के लिए जोन अध्यक्ष की नियुक्ति की जाएगी।