रायपुर। जब आपके दिल में किसी तरह का मलाल न हो तो आप सफल हैं। जीवन में अवसर हर किसी को मिलता है। जब लोग और मौके सही हों तो बिल्कुल सोचना नहीं चाहिए। किस्मत उसी की होती है, जो कड़ी मेहनत करते हैं। जीवन में सीखने का मौका हर जगह मिलेगा, यूनिवर्सिटी तो मात्र रास्ता है। यह कहा ओयो के संस्थापक रितेश अग्रवाल ने। पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित बिजनेसगढ़ 2.0 में उद्यमी रितेश अग्रवाल ने अनुभवों से युवा उद्यमियों व छात्रों को उद्यमिता और उसमें सफल होने के कई सुझाव दिए।
उन्होंने कहा कि बिजनेस में तो आप फायदा देखते हैं, लेकिन खुशी और सुकून के लिए कुछ और ही चाहिए होता है। हमेशा ऐसी जगह समय बिताना चाहिए जहां खुशी मिले। जैसे कि मैं अपने गांव के लिए कुछ करना चाहता हूं। इससे मुझे बहुत खुशी मिलती है।
- ऐसे लोगों से मिलें जिनसे कुछ नया सीखा जा सकता है।
- जितने ज्यादा लोग आपसे जुड़ेंगे, असफल होने के अवसर उतने कम होंगे।
- संस्थापक के तौर पर आप पैसों की इज्जत जरूर करें।
- लाभ-हानि का ध्यान रखकर ही हर कदक उठाएं।
- स्टार्टअप को लेकर चर्चा जरूर करें, इससे समझ बढ़ती है।
- बिजनेस के साथ ही ग्राहकों की भावनाओं का ख्याल रखना चाहिए।
- ग्राहकों की शिकायतों का समाधान खोजना चाहिए।
- मैं रोज आठ से 10 शिकायतों का नियमित रूप से समाधान करता हूं।
आकाश जोफ कंपनी के सह-संस्थापक आकाश अग्रवाल ने कहा कि स्टार्टअप शुरू करने के लिए आत्मविश्वास जरूरी है। जब तक आप स्वयं के ऊपर विश्वास नहीं रखेंगे, तब तक सफल नहीं हो पाएंगे। पार्टनरशिप में व्यवसाय करते हुए दोनों लोगों को लक्ष्य एक ही उद्यम को सफल बनाना होना चाहिए। मनमुटाव हर किसी के साथ होता है। दोनों की मानसिकता अलग-अलग है तो वह बिजनेस नहीं टिक पाएगा। स्टार्टअप के लिए फंडिड बहुत जरूरी होती है, जिसके लिए मेहतन करनी चाहिए। किसी उत्पाद की नकल करते हुए उद्यम शुरू करोगे तो वह सफल नहीं होगा।
ब्लू टी के सह-संस्थापक सुनील चंद्रा ने बताया कि हमारी कंपनी ब्लू टी अपराजिता फूल से नीला चाय बनाती है। कंपनी की सालाना कमाई लगभग तीन करोड़ रुपये है। मैंने पांच साल में 10 जगह नौकरी की। यहां का अनुभव स्टार्टअप के लिए मददगार रहा। बाजार में नंबर दो के लिए कोई जगह नही है। अन्य देश की तुलना में भारत में लोग किसी नई चीज को जल्दी से स्वीकार नहीं करते। अमेरिका के लोग प्रायोगिक होते हैं, इसलिए हमारा 35 प्रतिशत मार्केट अमेरिका में हैं। बिजनेस को बड़ा बनाने में नाम और मार्केटिंग तकनीक का बड़ा हाथ होता है।
रोका चॉकलेट के सह संस्थापिका सोनल ने बताया कि लोन लेकर हमने चॉकलेट बनाने की मशीन ली। जो उपयोग से पहले ही गिरकर टूट गई। इससे दुखी होकर मैं रोने लगी। लेकिन मेरे साथी ने मुझे और अपने आप को हौसला दिया कि यहां से पीछे नहीं जा सकते। उन्होंने बताया कि अच्छे बिजनेस या कंपनी के लिए कर्मचारियों का ध्यान रखना जरूरी होता है। उनसे बात करें, उनको उपहार दें और सुख दुख बांटे। तभी वे अच्छे से मेहनत करेंगे।
वी स्नैप यू के संस्थापक साहनी ब्रदर्स ने बताया कि एक समय ऐसा भी आता है जब बिजनेस का ग्रोथ रूक जाता है। ऐसे समय में सहयोग जरूरी होता है। बिजनेस को बढ़ाने में तकनीकी में भी निवेश करना जरूरी है। रायपुर में युवायों के पास व्यापार शुरू करने के लिए बहुत-सी संभावनाएं हैं। छोटे शहरों में प्रतियोगिता कम होती है। उन्होंने कहा कि सफल उद्यमी वही हैं, जिसमें पार्टनर एक-दूसरे को प्रोत्साहित करें। दोनों की सोच अलग-अलग हो सकती है, लेकिन दोनों का लक्ष्य एक ही होना चाहिए।