
नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर। बाजार में दर्ज की गई गिरावट और घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि से राजधानी में आम उपभोक्ताओं पर असर देखने को मिल रहा है। लोगों का कहना है कि मंहगाई ने जीवन कठिन कर दिया है।
पिछले कुछ दिनों में घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतें स्थिर थीं, तो एक राहत लग रही थी। मगर, अब कीमत बढ़ने से सामाग्रियां महंगी होंगी। खाने-पीने के सामान भी महंगे होंगे। बता दें कि बाजार में गिरावट का असर व्यापारियों और आम जनता की आर्थिक स्थिति पर भी देखने मिलेगा।
बताते चलें कि देश में मंगलवार से रसोई गैस सिलेंडर 50 रुपये महंगा हो जाएगा। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय की तरफ से सोमवार को बताया गया कि एक दिन बाद से उज्जवला योजना के तहत 14.2 किलोग्राम के गैस सिलेंडर की कीमत 500 रुपये से बढ़ाकर 550 रुपये होगी।
वहीं, गैर-उज्जवला कनेक्शन के तहत गैस सिलेंडर की कीमत 803 रुपये से बढ़ाकर 853 रुपये कर दी जाएगी। रायपुर में अभी 874 रुपये में मिल रहा गैस का सिलेंडर अब 924 रुपये में मिलेगा।
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि गैस सिलिंडर की कीमतों में वृद्धि का असर विशेष रूप से मध्यमवर्गीय और गरीब परिवारों पर पड़ेगा। रायपुर में भी जब गैस सिलेंडर की कीमतें बढ़ती हैं, तो इससे घरेलू बजट पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
एक तरफ जहां घरेलू गैस की कीमतें बढ़ रही हैं। वहीं, बाजार में मंदी का असर व्यापारियों की बिक्री और आय पर भी पड़ेगा। इस प्रकार से आर्थिक दबाव बढ़ेगा, और खासकर खाद्य सामग्रियों की कीमतें बढ़ सकती हैं।

अशोका हाईट्स मोवा की रहने वाली अदिति अग्रवाल ने कहा कि सरकारी नितियों के अनुसार दामों को घटाया या बढ़ाया जाता है। इसमें आम जनता को सहयोग करना चाहिए। आज चीजें मंहगी हुई हैं, तो कल सस्ती भी होंगी।
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हालांकि, कुछ चीजें के दाम बढ़ने के बाद नहीं गिरते हैं, जिससे आम जनता को परेशानी होती है, इस पर सरकारी को विचार करना चाहिए। साथ ही घरेलू गैस सिलिंडर की कीमतों में वृद्धि और बाजार में गिरावट का सीधा असर आम जनता की जीवनशैली देखने को मिल सकता है।
बाजार में गिरावट के कारण कई उद्योगों और व्यवसायों पर नकारात्मक असर पड़ सकता है, जिससे रोजगार के अवसरों पर भी प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिल सकता है। जब बाजार में मंदी होती है, तो व्यापार और विनिर्माण क्षेत्रों में कमी आती है, जिससे कंपनियां उत्पादन कम कर देती हैं या कर्मचारियों की संख्या घटा देती हैं। -चेतन तारवानी, पूर्व चेयरमैन, सीए ब्रांच एसोसिएशन
स्वर्ण भूमि की रहने वाली रुचि लोनिया का कहना है कि मंहगाई दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। इससे आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक बार फिर बाजार गिर रहा है, इसका असर भी आम जनता पर पड़ेगा। मंहगई बढ़ने से किचन से लेकर इंसान को अपनी हर जरूरतों पर कंप्रोमाइज करना पड़ता है।