नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर: पुरानी बस्ती थाना पुलिस ने सूदखोर तोमर परिवार के खिलाफ 22 सौ पन्नों की पहली चार्जशीट कोर्ट में पेश की है। पुलिस ने इसमें शुभ्रा सिंह तोमर, भावना तोमर, दिव्यांश सिंह, बंटी सहारे और जीतेंद्र देवांगन को आरोपित बनाया है। वहीं वीरेंद्र सिंह तोमर और रोहित तोमर को फरार बताया गया है।
पुलिस जांच में सामने आया कि तोमर परिवार की बहू शुभ्रा सिंह तोमर (41) और भावना तोमर (30) सूदखोरी की कंपनी चला रही थीं। इस पूरे नेटवर्क को उनका भतीजा दिव्यांश सिंह (25) संभालता था। दिव्यांश लोगों के घर जाकर धमकी देने और कर्ज वसूली का काम देखता था। वहीं बंटी सहारे (35) और जीतेंद्र देवांगन (24) कर्ज वसूली से लेकर घरों में हंगामा करने और सामान जब्त करने तक की जिम्मेदारी निभाते थे। दोनों रोहित तोमर के करीबी बताए गए हैं।
चार्जशीट में वीरेंद्र सिंह तोमर और रोहित तोमर का नाम शामिल नहीं किया गया है, क्योंकि दोनों अभी फरार हैं। इनके अलावा योगेश देवांगन और आकाश मिश्रा के खिलाफ भी जांच जारी है। पुलिस की टीमें फरार आरोपितों की तलाश में जुटी हुई हैं।
रोहित तोमर के खिलाफ जून को तेलीबांधा थाना में पहली एफआईआर मारपीट की दर्ज हुई है। प्रापर्टी डीलर दसमीत चावला ने रोहित के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज किया है। उसके बाद पुरानी बस्ती इलाके में छह मामले दर्ज किए गए हैं। इस साल एक माह के भीतर पुलिस ने दोनों पर सात मामले दर्ज किए। पुलिस ने 35 लाख कैश, 70 तोला सोना, 125 ग्राम चांदी जब्त किया है। आरोपितों की चार महंगी गाड़ियों को पुलिस ने जब्त किया है।
दोनों भाइयों के खिलाफ कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। लोवर कोर्ट में उनकी जमानत अर्जी खारिज हो गई है हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी विचाराधीन है।
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आरोपियों की 1500 वर्ग फीट जमीन को पुलिस ने कुर्क कर दिया है। दोनों के 150 से ज्यादा फोन नंबरों को पुलिस ने खंगाला है। दोनों भाइयों पर 5-5 हजार रुपये का इनाम पुलिस ने घोषित किया है। लेकिन अब तक गिरफ्तारी नहीं होने की वजह से कई सवाल खड़े हो रहे हैं।