
नईदुनिया प्रतिनिधि, राजनांदगांव: छत्तीसगढ़ सीमा से महज सात किलोमीटर दूर स्थित भामरागढ़ उपविभाग का फुलनार (कैंप गुंडुरवाही) इलाका माओवादी गतिविधियों के कारण अत्यंत संवेदनशील माना जाता है। इसी चुनौतीपूर्ण क्षेत्र में गढ़चिरौली पुलिस ने मात्र 24 घंटे के भीतर नया पुलिस सहायता केंद्र स्थापित कर एक बड़ा अभियान सफलतापूर्वक पूरा किया। महाराष्ट्र सुरक्षा बल द्वारा बनाए गए इस केंद्र को भविष्य में सुरक्षा, सड़क निर्माण एवं विभिन्न विकास कार्यों की महत्वपूर्ण नींव के रूप में देखा जा रहा है।
केंद्र निर्माण के दौरान 1050 कार्मिकों की बड़ी टीम, 4 जेसीबी, 2 पोकलेन, 7 ट्रेलर और 25 ट्रकों सहित भारी मशीनरी का उपयोग किया गया। 12 पोर्टा केबिन, वाई-फाई सुविधा, जनरेटर शेड, पीने के पानी के लिए आरओ प्लांट, मोबाइल टावर, शौचालय, सुरक्षा हेतु मैकवाल, बीपी मोर्चा और आठ सैंड मोर्चा तैयार किए गए। सुरक्षा के लिए सी-60 के 200 कमांडो, एसआरपीएफ ग्रुप-14 की दो प्लाटून और सीआरपीएफ 37 बटालियन के अधिकारी-कर्मचारी समेत 300 से अधिक जवानों को तैनात किया गया है।
फुलनार सहायता केंद्र को 28 अक्टूबर 2025 को मंजूरी मिली थी। गढ़चिरौली पुलिस पिछले तीन वर्षों से इस पूरे क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रही है। 11 दिसंबर 2024 को पेनगुंडा में नया पुलिस सहायता केंद्र, 30 जनवरी 2025 को नेलगुंडा में नया पुलिस स्टेशन और 9 मार्च को कवांडे में नया पुलिस स्टेशन शुरू किया गया था।
नया सहायता केंद्र फुलनार और कोपरशी में अधूरे मोबाइल टावर निर्माण को गति देगा। आगे सुरक्षा मजबूत होने पर सड़क निर्माण और एसटी बस सेवा भी शुरू की जा सकेगी, जिससे दुर्गम गांवों को मुख्यधारा में जोड़ने का मार्ग प्रशस्त होगा। पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने कहा कि यह केंद्र सुरक्षा और विकास दोनों के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
यह भी पढ़ें- हिड़मा के साथियों समेत 15 माओवादी सुकमा में सरेंडर, चार महिलाएं शामिल, सभी पर था कुल ₹48 लाख का इनाम