
नईदुनिया प्रतिनिधि, राजनांदगांव: खैरागढ़ के छुईखदान संडी में प्रस्तावित सीमेंट फैक्ट्री को लेकर ग्रामीणों का विरोध शनिवार को उग्र रूप ले गया। जनसुनवाई रद्द करने की मांग को लेकर 39 गांवों के 5000 से अधिक ग्रामीण सुबह से ही जत्थों में शहर पहुंचे और जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। भीड़ बढ़ने की आशंका को देखते हुए पुलिस ने शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर रखे थे। प्रशासनिक कार्यालयों और प्रमुख चौक-चौराहों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात था।
खैरागढ़ के छुईखदान संडी में प्रस्तावित सीमेंट फैक्ट्री के विरोध में 39 गांवों के ग्रामीणों ने जमकर प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन उग्र होने पर पुलिस को लाठी चार्च करना पड़ा। pic.twitter.com/zAdb4BLldF
— NaiDunia (@Nai_Dunia) December 6, 2025
ज्ञापन सौंपने के बाद भी ग्रामीण शाम तक सड़क पर डटे रहे। सूर्यास्त के बाद महिलाएं तो गांव लौट गईं, लेकिन पुरुष बड़ी संख्या में प्रदर्शन स्थल पर जमा रहे। इस दौरान कुछ युवक उत्तेजित होकर उत्पात मचाने लगे, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। पुलिस ने उन्हें समझाइश देकर स्थिति नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीण पीछे हटने को तैयार नहीं थे। इसी बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई।
हालात बिगड़ते देख पुलिस अधीक्षक लक्ष्य शर्मा मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी उनकी एक भी सुनने को तैयार नहीं थे। एसपी और ग्रामीणों के बीच लंबी बहस हुई, पर भीड़ लगातार उग्र होती गई। जय स्तंभ चौक पर हजारों ग्रामीणों का जमावड़ा हो गया, जिससे पुलिस को हालात संभालने में काफी मुश्किलें आईं।
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लगातार बढ़ते तनाव के बीच छुईखदान क्षेत्र में कई घंटों तक चक्का जाम लगा रहा। राजनांदगांव–खैरागढ़–कवर्धा मुख्य मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया, जिससे यातायात ठप पड़ गया। भीड़ पर काबू पाना मुश्किल होता देख अंततः पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया, जिसके बाद लोग तितर-बितर हो गए। हालांकि ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि जब तक प्रस्तावित सीमेंट फैक्ट्री पर निर्णय वापस नहीं लिया जाता, विरोध जारी रहेगा।