नईदुनिया प्रतिनिधि, सुकमा। सीमातर्वी प्रदेश उड़ीसा के मलकानगिरी जिले के मटेर गांव के रहने वाला सोढ़ी हिड़मा जो सुकमा जिले के तेलावर्ती गांव के पास नाव चलाता था। ऐसे ही रात में नाव पलट गई जिसके बाद वो झाड़ियों के सहारे रातभर डटा रहा, सुबह प्रशासन मौके पर पहुंचा और बचाव की कोशिश की लेकिन नाकामयाब रहे, उसके बाद हेलिकॉप्टर को बुलाया गया जहां 10 मिनट में रेस्क्यू कर दिया गया। फिलहाल हिड़मा का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है और स्थिति बेहतर बताई जा रही है।
जिला मुख्यालय से लगा हुआ तेलावर्ती इलाका जहां रविवार रात 8 बजे मटेर निवासी सोढ़ी हिड़मा अपना काम कर वापस घर नाव से लौट रहा था। अचानक शबरी नदी में तेज बहाव के कारण छोटी सी नाव पलट गई। उसके बाद वो पानी के तेज बहाव में तैरने की कोशिश की लेकिन पानी ज्यादा और बहाव तेज होने के कारण वो डूबने लगा। वही आसपास एक छोटा सा पेड़े दिखा जिसे पकड़ कर वो रातभर वही डटा रहा।
सुबह पास में ही तेलावर्ती पंचायत का नाड़ीगुफा गांव के लोग वहां मछली पकड़ने पहुंचे तो आवाज सुनाई दी उसके बाद ग्रामीणों ने तत्काल प्रशासन को सूचना दी। सुबह 8 बजे पुलिस प्रशासन और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई। नगर सैनिक द्वारा नाव के जरिए ग्रामीण के पास पहुंचने की कोशिश की लेकिन वहां पत्थर ज्यादा और बहाव तेज होने के कारण नाव नहीं पहुंच रही थी। उसके बाद उड़ीसा का भी बचाव दल पहुंचा। दोनों टीम और सीआरपीएफ के जवान रस्सी के सहारे मानव श्रृंखला बनाते हुए बचाने की कोशिश की लेकिन नाकामयाब रहे।
उसके बाद हेलिकॉप्टर को बुलाया गया। जगदलपुर से सेना का एमआई 17 हेलीकॉप्टर दोपहर 2 बजे पहुंचा, हेलिकॉप्टर से एक जवान रस्सी के सहारे नीचे उतरा उसके बाद फंसे हुए व्यक्ति को अपने साथ ऊपर हेलिकॉप्टर में लेकर चला गया। फंसे हुए व्यक्ति को तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया जहां उसका उपचार चल रहा है। वही इस दौरान अभिषेक वर्मा एएसपी, परमेश्वर तिलकवार एसडीओपी, तहसीलदार अंबर गुप्ता, थाना प्रभारी शिवानंद तिवारी समेत सीआरपीएफ के अधिकारी और नगर सैनिक के कर्मचारी मौजूद रहे।