सूरजपुर में हाथी ने नवजात की कुचलकर मार डाला, झोपड़ी तहस-नहस कर दी
सूरजपुर जिले के भटगांव क्षेत्र के जंगल में दल से अलग होकर घूम रहे हाथी ने एक झोपड़े पर हमाल कर दिया। हमले में मजदूर दंपती बच निकले, लेकिन उनका 40 दिन का नवजात बच्चा हाथी के पांव के नीचे कुचला गया और उसकी मौत हो गई।
Publish Date: Tue, 09 Dec 2025 03:53:06 AM (IST)
Updated Date: Tue, 09 Dec 2025 03:58:54 AM (IST)
हाथी ने झोपड़ी तहस-नहस कीHighLights
- हाथी के हमले में 40 दिन के नवजात की मौत
- पत्नी के साथ गुड़ फैक्ट्री में करता था मजदूर
- गुड़ की गंध से आकर्षित होकर झोपड़ी तोड़ा
नईदुनिया प्रतिनिधि सूरजपुर: जिले के भटगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत चिकनी धरमपुर में रविवार देर रात एक बजे एकाकी हाथी के हमले में 40 दिन के नवजात बच्चे की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के थाना कोटेसरा अंतर्गत ग्राम लोकरा निवासी प्रवासी मजदूर ज्ञानी अपनी पत्नी के साथ गुड़ फैक्ट्री में कार्य करने के लिए यहां आया हुआ था।
वे अपने चालीस दिन के नवजात बच्चे के साथ फैक्ट्री के पास अस्थायी झोपड़ी में रह रहे थे। रविवार रात में सोनगरा जंगल से भटका एक हाथी गुड़ की गंध से आकर्षित होकर झोपड़ी की ओर आया और उसने झोपड़ी को तोड़ दिया। घटना के दौरान दंपती किसी तरह झोपड़ी से बाहर निकलने में सफल रहा, लेकिन उनका 40 दिन का नवजात बच्चा हाथी के पैरों तले कुचल गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलने के बाद आसपास के ग्रामीणों ने वन विभाग को जानकारी दी। सूचना देने के काफी देर बाद विभागीय टीम मौके पर पहुंची। ग्रामीणों में वन विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर नाराजगी है। उनका कहना है कि यदि समय पर सूचना तंत्र और चेतावनी व्यवस्था सक्रिय होती तो यह हादसा टाला जा सकता था।
यह भी पढ़ें- CG News: धान की रखवाली कर रही महिला को हाथी ने सूंड से पटककर मार डाला
ग्रामीणों ने लगाया आरोप
घटनास्थल पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों ने नियम अनुसार मृतक परिवार को 25 हजार रुपये की तत्काल सहायता राशि प्रदान की। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग केवल घटना के बाद पहुंचकर औपचारिकताएं पूरी करता है, लेकिन रोकथाम के लिए ठोस कदम नहीं उठाए जाते।