
नईदुनिया प्रतिनिधि, अंबिकापुर: सरगुजा जिले के सीतापुर विधानसभा में शुक्रवार को पूर्व मंत्री अमरजीत भगत और वर्तमान विधायक रामकुमार टोप्पो के बीच सियासी बयानबाजी से राजनैतिक माहौल गरमाया रहा। 20 वर्षों तक सीतापुर विधानसभा का नेतृत्व करने वाले पूर्व मंत्री अमरजीत भगत को पराजित कर रामकुमार टोप्पो ने पहली बार सीतापुर विधानसभा को भाजपा की झोली में डाला है।
शुक्रवार को सीतापुर विधानसभा के मैनपाट में कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन के दौरान पूर्व मंत्री भगत ने विधायक रामकुमार टोप्पो पर शब्दों के तीर छोड़े। उन्होंने सीतापुर विधायक रामकुमार की तुलना बंदर से कर दी। भगत ने कहा , सीतापुर विधायक की न कोई सोच है और न ही विकास के प्रति ललक। गलती से वे विधायक बन गए हैं।
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पू्र्व मंत्री ने कहा, कभी नान चाकू चलाते हैं तो कभी पुलिया के ऊपर से छलांग लगा देते हैं। अरे उन्हें बंदरों जैसा उछलकूद करने के लिए सीतापुर की जनता ने विधायक नहीं बनाया था। बंदरों जैसा कूदने से कुछ नहीं होता। क्षेत्र की जनता के बीच जाइये। उनकी समस्याएं सुनिए। उन समस्याओं का समाधान कीजिए। पूर्व मंत्री भगत ने कहा कि वे नेता हैं ही नहीं। गलती से चुनाव जीतकर विधायक बन गए हैं। भगत यहीं नहीं रुके। उन्होंने यहां तक बोला कि मैंने अपने कार्यकाल में जितनी सड़कें और पुल-पुलियों का निर्माण कराया है, अगर उन्हें ही मेंटेन रखवा दें तो बड़ी बात होगी।
पूर्व मंत्री भगत के आरोपों पर सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो का भी बयान आया। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से पूर्व मंत्री भगत का राजनीतिक अनुभव उनसे ज्यादा है। जहां तक नेता नहीं बनने की बात है तो सच है। मैं नेता बनने नहीं बल्कि बेटा बनने आया हूं। बेटा बनकर ही मैं सीतापुर क्षेत्र की जनता का सेवा करना चाहता हूं।
साथ ही विधायक ने कहा कि मेरी उम्र है ,उछलकूद करने की। यदि मैं किसी दूर गांव में बच्चों के साथ खेल मैदान में उतरता हूं, किसी की प्राणरक्षा के लिए नदी में छलांग लगाता हूं तो इसमें गलत क्या है? मैंने सेना में सेवा की है। मैंने जीवन में जो कुछ भी सीखा है उसे सीतापुर क्षेत्र की जनता के लिए समर्पित करूंगा ही। साथ ही विधायक टोप्पो ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र की बेटियों को आत्मरक्षार्थ नान चाकू चलाना सीखाता हूं। यह भी पूर्व मंत्री को गलत लगता है तो सीतापुर क्षेत्र की जनता तय करेगी कि कौन सही है और कौन गलत।
टोप्पो ने पूर्व मंत्री से पूछा कि आपने क्या किया था कि मैं उसे मेंटेन करूं। पुल-पुलिया के अभाव में लोग बह गए। आपका कार्यकाल ऐसा था कि सड़क के अभाव में खाट में बीमार, बुजुर्गों को लाने की मजबूरी होती थी। आज परिस्थिति बदल गई है। विधायक ने कहा कि पूर्व मंत्री को अच्छे दिन नजर नहीं आ रहे है। उन्हें अपने नंबर का चश्मा बदलने की जरूरत है।
विधायक ने कहा कि सीतापुर के 100 बिस्तर के अस्पताल की तस्वीर भी बदल गई है मैं तो चाहूंगा कि पूर्व मंत्री भगत कभी बीमार नहीं पड़े। यदि बीमार पड़ते हैं तो वे सीतापुर अस्पताल में भर्ती हो। उन्हें विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्हें वातानुकूलित कमरे में रहने की सुविधा भी मिलेगी।