
नईदुनिया न्यूज, लखनपुर। थाना क्षेत्र से मानव तस्करी का प्रकरण सामने आया है। 18 वर्षीय युवती को रोजगार दिलाने का झांसा देकर मध्यप्रदेश के उज्जैन ले जाकर ऊंची रकम में बेचे जाने की शिकायत पर पुलिस ने चार आरोपितों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। युवती की सक्रियता से प्रकरण का राजफाश हो सका। पुलिस टीम ने स्वजन के साथ जाकर पीड़िता को बरामद कर लिया है।
पीड़िता ने लखनपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि ग्राम सिंगीटाना निवासी धनी कुजूर से उसका परिचय था और दोनों मोबाइल फोन पर बात भी करते थे। पीड़िता के अनुसार धनी कुजूर उसे अंबिकापुर में काम दिलाने के बहाने मोटरसाइकिल से अंबिकापुर रेलवे स्टेशन के पास गोरसीडबरा ले गया, जहाँ उसके तीन साथी अलका उरांव, नितेश, और अशोक पहले से मौजूद थे।
पीड़िता के मुताबिक अलका उरांव ने उसका सोने का नथिया, चांदी का चैन और कपड़े रख लिए, जबकि मोबाइल फोन और सिम अशोक ने अपने पास रख लिया। रात में चारों आरोपित युवती को ट्रेन से उज्जैन ले गए। वहां पहुंचकर धनी कुजूर, नितेश और अलका उरांव लौट आए और युवती को अशोक के साथ अकेला छोड़ दिया गया।पीड़िता के अनुसार एक कमरे में बंद कर बाहर जाने और बातचीत करने पर रोक लगा दी गई।
जब युवती ने घर जाने की बात कही तो अशोक ने बताया कि उसे ढाई लाख रुपए में बेच दिया गया है और वह यहीं रहेगी। करीब एक सप्ताह बाद उसे दूसरी जगह ले जाया जा रहा था, तभी उसने शोर मचाया। स्थानीय लोगों की मदद से उज्जैन पुलिस मौके पर पहुंची और युवती को सुरक्षित बरामद कर सखी सेंटर में संरक्षण दिया।
दो दिन बाद स्वजन उज्जैन पहुंचे और पुलिस के सहयोग से युवती को घर लेकर आए।पीड़िता की रिपोर्ट पर लखनपुर पुलिस ने धनी कुजूर, अलका उरांव, नितेश और अशोक के खिलाफ धारा 143(2), 3(5) बीएनएस के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।