
डिजिटल डेस्क। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Chunav 2025) को लेकर अब सियासी हलचल तेज हो गई है। इसी कड़ी में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह आज बिहार के रोसड़ा में एक बड़ी चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे। उनके आगमन को लेकर एनडीए कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों में भारी उत्साह देखा जा रहा है।
यह पहली बार है जब किसी केंद्रीय गृह मंत्री का रोसड़ा अनुमंडल मुख्यालय में आगमन हो रहा है। शाह दोपहर करीब 1 बजे जननायक कर्पूरी ठाकुर स्टेडियम पहुंचेंगे और एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में सभा को संबोधित करेंगे। भाजपा जिला अध्यक्ष नीलम सहनी ने बताया कि कार्यक्रम की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। स्टेडियम में मंच, पंडाल और उपकारा रोसड़ा के पीछे हेलीपैड का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है।
अमित शाह के दौरे से पहले ही सीआरपीएफ की बटालियन रोसड़ा पहुंच चुकी है। वरीय अधिकारियों ने सभा स्थल और हेलीपैड का सुरक्षा निरीक्षण किया। शाह का हेलीकॉप्टर जेल के पीछे बने खुले मैदान में उतरेगा, जहां से वे करीब एक किलोमीटर की दूरी तय कर सड़क मार्ग से सभा स्थल तक पहुंचेंगे।
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पांच स्थानों पर ड्रॉप गेट बनाए गए हैं, साथ ही पूरे मार्ग पर बैरिकेडिंग और स्पेशल फोर्स की तैनाती की गई है। आस-पास के घरों की छतों पर भी सुरक्षा बल तैनात रहेंगे।
गृहमंत्री शाह की अगली रैली 30 अक्टूबर को मुंगेर के जलालाबाद असरगंज उच्च विद्यालय मैदान में होगी। यहां वे तारापुर विधानसभा क्षेत्र से एनडीए उम्मीदवार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे।
कार्यक्रम को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां जोरों पर हैं। शाह गुरुवार को सुबह 11:30 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे। जिला प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की है। डीएम और एसपी ने अधिकारियों के साथ सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की।
अनुमंडल पदाधिकारी राकेश रंजन कुमार ने बताया कि सभा स्थल और आसपास के क्षेत्रों में ड्रोन कैमरों से निगरानी रखी जाएगी और बॉर्डर चेकिंग प्वाइंट्स की संख्या बढ़ाई गई है। क्यूआरटी टीमों को अलर्ट मोड पर रखा गया है ताकि किसी भी स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
सुरक्षा बलों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वहीं, यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए विशेष टीमों की तैनाती की जा रही है ताकि आम नागरिकों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। प्रशासन की कोशिश है कि गृहमंत्री की दोनों सभाएं शांतिपूर्ण, सुरक्षित और सुव्यवस्थित माहौल में संपन्न हों।