
MP Election 2023 भोपाल। मध्य प्रदेश में सियासी बिगुल बज चुका है। चुनाव आयोग ने प्रदेश में विधानसभा चुनाव का ऐलान कर दिया है। सभी 230 सीटों पर एक ही चरण में विधानसभा चुनाव कराए जाएंगे। वोटिंग 17 नवंबर को होगी, जबकि रिजल्ट की घोषणा 3 दिसंबर को की जाएगी। पिछले चुनाव से तुलना करें तो इस बार 12 दिन पहले चुनाव की घोषणा हुई है और यह प्रक्रिया पिछली बार के मुकाबले थोड़ी लंबी होगी। यहां आपको बताते हैं यह चुनाव 2018 में हुए इलेक्शन से कितना अलग है।
2018 में हुए विधानसभा चुनाव की अधिसूचना 2 नवंबर 2018 को जारी की गई थी। 9 नवंबर नामांकन की अंतिम तारीख थी। प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर 28 नवंबर को एक ही चरण में मतदान कराए गए थे। तो वहीं 11 दिसंबर को नतीजे घोषित कर दिए गए थे और 13 दिसंबर को चुनाव प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई थी। इस तरह यह प्रक्रिया करीब 42 दिनों तक चली थी।
इस बार के चुनाव में चुनाव आयोग द्वारा 21 अक्टूबर को चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। वहीं उम्मीदवार 30 अक्टूबर तक नामांकन पत्र दाखिल कर सकेंगे। 31 अक्टूबर को स्क्रूटनी की जाएगी। उम्मीदवार 2 नवंबर तक अपना नामांकन वापस ले सकेंगे। वहीं 17 नवंबर को वोटिंग होगी। चुनाव आयोग के अनुसार 3 दिसंबर को नतीजे जारी किए जाएंगे और 5 दिसंबर तक निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। लिहाजा यह प्रक्रिया
46 दिनों तक चलेगी।
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मतदान के लिए प्रदेश में 64 हजार 523 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। सब कम मतदाता बालाघाट विधानसभा के सोनेवानी मतदान केंद्र पर 42 हैं। सर्वाधिक 407 मतदान केंद्र सिवनी जिले के लखनादौन विधानसभा क्षेत्र और सबसे कम इंदौर जिले के इंदौर तीन विधानसभा क्षेत्र में 193 हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में 17 हजार 70 मतदान केंद्र संवेदनशील थे। इन्हें चिन्हित करने की प्रक्रिया चल रही है। पिछले चुनाव में सर्वाधिक मतदान रतलाम जिले के सैलाना विधानसभा क्षेत्र में 89.13 प्रतिशत हुआ था। जबकि सबसे 52.84 प्रतिशत मतदान आलीराजपुर के जोबट विधानसभा में हुआ था।
मतदान: 7 नवंबर, मंगलवार - 17 नवंबर, शुक्रवार
नतीजा: 3 दिसंबर, रविवार
मतदान: 23 नवंबर, गुरुवार
नतीजा: 3 दिसंबर, रविवार
मतदान: 30 नवंबर, गुरुवार
नतीजा: 3 दिसंबर, रविवार
मतदान: 7 नवंबर, मंगलवार
नतीजा: 3 दिसंबर, रविवार