MP Election Results 2023: मध्य प्रदेश व राजस्थान में बसपा से चुनाव जीतने वाले बदल लेते हैं पाला
MP Election Results 2023: वर्ष 2008 में बसपा से सात उम्मीदवार जीते थे, पर यह सभी पाला बदल चुके हैं।
By Hemant Kumar Upadhyay
Edited By: Hemant Kumar Upadhyay
Publish Date: Tue, 28 Nov 2023 07:06:00 AM (IST)
Updated Date: Tue, 28 Nov 2023 10:08:14 AM (IST)
HighLights
- राजस्थान में वर्ष 2018 में बसपा से जीते छह विधायकों में सभी छोड़ चुके हैं पार्टी
- मध्य प्रदेश में वर्ष 2008 में जीते सात विधायकों मेें सभी जा चुके हैं दूसरे दलों में
- मध्य प्रदेश ही नहीं, राजस्थान में भी यही स्थिति है
MP Election Results 2023: राज्य ब्यूरो, भोपाल। विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा और कांग्रेस से नाराज कई बड़े नेता बसपा का दामन थाम लेते हैं। पार्टी खुशी-खुशी टिकट देने में भी उन्हें देर नहीं करती भले ही पुराने कार्यकर्ता नाराज हो जाएं। पार्टी के बैनर से उम्मीदवार जीतते भी हैं पर वह ज्यादा दिन तक पार्टी का झंडा लेकर नहीं चल पाते। वह भाजपा या कांग्रेस में शामिल हो जाते हैं।
मप्र के साथ ही राजस्थान में भी यही हालत
मध्य प्रदेश ही नहीं, राजस्थान में भी यही स्थिति है। मप्र की बात करें तो वर्ष 2018 में बसपा से संजीव कुशवाह और रामबाई सिंह जीती थीं। कुशवाह भाजपा में चले गए थे, पर विधानसभा चुनाव में जब पार्टी ने टिकट नहीं दिया तो वह फिर भिंड विधानसभा से बसपा से चुनाव मैदान में उतरे।
इसके पहले वर्ष 2013 में रैंगाव विधानसभा सीट से जीतीं ऊषा चौधरी भाजपा में शामिल हो गई थीं। वहीं, मनगवां से जीती शीला त्यागी कांग्रेस में शामिल होकर इसी सीट से इस बार चुनाव लड़ रही हैं। अंबाह सीट से जीते सत्य प्रकाश सखवार कांग्रेस में चले गए थे। इस चुनाव के पहले वह भाजपा के हो गए। वर्ष 2018 में राजस्थान में बसपा से छह उम्मीदवार जीते थे। यह सभी कांग्रेस में चले गए थे। इनमें एक बाद में भाजपा और एक शिवसेना में चला गया। मध्य प्रदेश में
वर्ष 2008 में 7 उम्मीदवारों ने बदला पाला
वर्ष 2008 में बसपा से सात उम्मीदवार जीते थे, पर यह सभी पाला बदल चुके हैं। रीवा जिले की त्योंथर सीट से जीते रामगरीब आदिवासी अब कांग्रेस के साथ हैं। वह सिरमौर सीट से चुनाव भी लड़ रहे हैं। सतना के रामपुर बघेलान से बसपा विधायक रहे राम लखन सिंह कांग्रेस में चले गए थे।
दतिया जिले की सेवढ़ा सीट से विजयी हुए राधेलाल बघेल पहले भाजपा में गए, पर यहां पटरी नहीं बैठी तो इस चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस का हाथ थाम लिया। इसी चुनाव में ग्वालियर ग्रामीण से जीते मदन कुशवाह भाजपा में शामिल हो गए थे। इसी माह उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ले ली।
मुरैना से जीते परसराम मुद्गल भाजपा, जौरा से जीते मनीराम धाकड़ सपा और रीवा जिले की सिरमौर सीट से विधायक चुने गए राजकुमार उर्मलिया आप में शामिल हो चुके हैं। जीतने वाले ही नहीं बसपा से दूसरे नंबर पर रहे प्रत्याशी भी भाजपा या कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं। वर्ष 2008 में सुमावली में दूसरे नंबर पर रहे अजब सिंह कुशवाह कांग्रेस, दिमनी से प्रत्याशी रहे रविंद्र सिंह तोमर कांग्रेस, दतिया में दूसरे नंबर पर रहे राजेंद्र भारती कांग्रेस और करेरा सीट से बसपा उम्मीद्वार रहे प्रागलील जाटव कांग्रेस में हैं।