
नईदुनिया प्रतिनिधि, भिंड। जिले में पिछले कुछ सप्ताह से जिले में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भड़काऊ, आपत्तिजनक और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली पोस्ट तेजी से बढ़ रही हैं। इन पोस्टों के कारण परशुराम सेना, ब्राह्मण सेना, करणी सेना, क्षत्रिय सेना और भीम आर्मी जैसे संगठनों के सदस्यों के बीच तनाव का माहौल बनने लगा था। स्थिति को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ. असित यादव ने जिले के सभी थाना प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं। उनके अनुसार अब किसी भी समाज या व्यक्ति के विरुद्ध सोशल मीडिया पर की गई अभद्र टिप्पणी या भड़काऊ पोस्ट पर बिना आवेदन का इंतजार किए स्वतः एफआईआर दर्ज की जाएगी।
एसपी डॉ. यादव ने अधिकारियों की बैठक में कहा कि सोशल मीडिया अब सार्वजनिक मंच की तरह है, जहां किसी भी टिप्पणी से समाज में तनाव पैदा हो सकता है। इसलिए सभी थानों में इंटरनेट मीडिया मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी और दायरा बढ़ाया जा रहा है। थाना क्षेत्रों में साइबर सेल और बीट प्रभारियों को भी इनपुट देने के निर्देश दिए गए हैं। किसी भी संदिग्ध या भड़काऊ पोस्ट को तत्काल उच्चाधिकारियों तक रिपोर्ट किया जाएगा।
निर्देश में सबसे महत्वपूर्ण यह बात है कि अब किसी भी शिकायतकर्ता द्वारा आवेदन या रिपोर्ट दर्ज कराने की प्रतीक्षा नहीं की जाएगी। यदि पुलिस को किसी पोस्ट की जानकारी मिलती है या मॉनिटरिंग के दौरान कोई टिप्पणी सामने आती है, तो संबंधित व्यक्ति के विरुद्ध स्वप्रेरणा से अपराध पंजीबद्ध किया जाएगा। लहार पुलिस ने सोमवार शाम इंटरनेट मीडिया पर वायरल किए वीडियों जिसमें मनोज खन्ना निवासी भिंड के खिलाफ डालने वाले निखिल दौहरे, रोहित बिरथरिया निवासी सौंसरा, दिनेश उपाध्याय, सुरेंद्र शर्मा निवासी बरहा थाना असवार और अमन शर्मा निवासी रहावली उवारी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
एसपी ने निर्देश देते हुए यह भी कहा कि यदि किसी थाना प्रभारी के क्षेत्र में भड़काऊ पोस्ट सामने आने के बाद भी समय पर कार्रवाई नहीं की गई, या मामले को हल्के में लिया गया, तो उस थाना प्रभारी के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों से कहा गया है कि इंटरनेट मीडिया पर लोग क्या लिख रहे हैं, इसकी निरंतर निगरानी रखें और किसी भी संवेदनशील टिप्पणी के मामले में शून्य सहनशीलता की नीति अपनाएं।
भिंड में पिछले कुछ दिनों से विभिन्न संगठनों के समर्थकों की पोस्टों में तीखी टिप्पणियां, कटाक्ष और आरोप-प्रत्यारोप देखने को मिल रहे हैं। इससे समाजों के बीच गलतफहमियां बढ़ रही थीं और आपसी टकराव की स्थिति बन रही थी। प्रशासन की चिंता इस बात को लेकर भी है कि ऐसे पोस्ट न केवल माहौल बिगाड़ते हैं बल्कि इन्हें आधार बनाकर जमीनी स्तर पर विवाद उत्पन्न होने की आशंका रहती है। कई बार छोटी-सी टिप्पणी बड़े तनाव का रूप ले लेती है। इसी कारण पुलिस ने अब सक्रिय और कठोर रुख अपनाने का निर्णय लिया है।
यह भी पढ़ें- RBI Internship 2025: आरबीआई में इंटर्नशिप का सुनहरा मौका, 15 दिसंबर तक करें आवेदन, हर महीने मिलेगा ₹20,000
एसपी ने जिलावासियों से कहा कि सोशल मीडिया का उपयोग जिम्मेदारी से करें, बिना तथ्यों की पुष्टि के कोई भी टिप्पणी न करें और किसी भी प्रकार की भड़काऊ या समाज विशेष को निशाना बनाने वाली पोस्ट से बचें।
एसपी भिंड डॉ. असित यादव ने कहा कि सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट समाज के बीच तनाव पैदा कर सकती है। हमारी प्राथमिकता जिले में शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखना है। इसलिए सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि ऐसे मामलों में बिना आवेदन के एफआईआर दर्ज कर तत्काल कार्रवाई करें। लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।