राज्य ब्यूरो, नईदुनिया : भोपाल। हवाला के लगभग तीन करोड़ रुपये लूटने में पुलिसकर्मियों पर मध्य प्रदेश में बड़ी कार्रवाई की गई है। निलंबन की कार्रवाई के बाद सोमवार को महिला डीएसपी (एसडीओपी) पूजा पांडे सहित 11 पुलिसकर्मियों के विरुद्ध डकैती, अपहरण, आपराधिक षडयंत्र सहित अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई। ये सभी सिवनी जिले में तैनात थे।
इनमें से डीएसपी सहित आठ आरोपितों पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार भी किया गया है। तीन अभी फरार हैं। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव के कड़े रुख के बाद यह कार्रवाई की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून का उल्लंघन करने वाले कोई भी हों, उनको छोड़ा नहीं जाएगा। कानून सबके लिए बराबर है।
बता दें कि आठ-नौ अक्टूबर की मध्य रात्रि को इन पुलिस कर्मियों ने सिवनी में एनएच-44 पर चेकिंग के दौरान नागपुर से जबलपुर जा रही एक गाड़ी से हवाला के दो करोड़ 96 लाख 50 हजार रुपये पकड़े गए लेकिन डीएसपी पूजा पांडे की अगुवाई में 11 पुलिस कर्मियों ने राशि खजाने में जमा करने के स्थान पर आपस में बांटने की नीयत से षडयंत्र रचा और बिना कार्रवाई के गाड़ी चालक को भगा दिया।
हवाला कारोबारी ने उच्चाधिकारियों से शिकायत की तो मामला सामने आया। इसके बाद एक-एक करके सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। पुलिस महानिरीक्षक प्रमोद कुमार वर्मा ने जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। यह लूट के मामले की जांच करेगी। हवाला की रकम जब्ती की जांच जबलपुर क्राइम ब्रांच करेगी।
उप पुलिस महानिरीक्षक छिंदवाड़ा राकेश कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस कर्मियों को बुधवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। पुलिस डीएसपी पूजा पांडे, एसआइ अर्पित भैरम, आरक्षक योगेंद्र चौरसिया, नीरज राजपूत और जगदीश यादव, प्रधान आरक्षक माखन इनवाती, गनमैन सुभाष सदाफल और केदार बघेल को गिरफ्तार कर चुकी है। प्रधान आरक्षक राजेश जंघेला, आरक्षक रविंद्र उईके और आरक्षक चालक रितेश फरार हैं।
पुलिस हवाला मामले में महाराष्ट्र के जालना निवासी तीन आरोपित- सोहन परमार, शेख मुख्तार व इरफान पठान पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। उन्होंने पुलिसकर्मियों द्वारा दो करोड़ 96 लाख 50 हजार की लूट की बात कही थी। 1.45 करोड़ रुपये की रकम नौ अक्टूबर को सीएसपी पूजा पांडे व एसआइ अर्पित भैरम ने प्रस्तुत की थी। नागपुर के दो आरोपितों से पुलिस 1.25 करोड़ बरामद किए थे। पुलिस कुल 2.70 की रकम बरामद कर चुकी है।