'मुझे मुस्लिम परिवार ने इतना प्रताडि़त किया कि खुदकुशी करने वाला था, फिर इस्लाम कबूला', युवक ने मप्र के मंत्री को सुनाई व्यथा
युवक ने बताया कि एक मुस्लिम युवती से पहचान होने के बाद उसके परिवार ने अपने जाल में फंसा लिया। उसे जमात में भेजकर जबरन इस्लाम कबूल करवाया गया और गौ-मांस खाने तक के लिए मजबूर किया गया, ताकि वह पूरी तरह धर्म बदलने पर विवश हो जाए।
Publish Date: Sun, 30 Nov 2025 02:39:53 AM (IST)
Updated Date: Sun, 30 Nov 2025 02:46:34 AM (IST)
भोपाल में सामने आया धर्मांतरण का मामला।HighLights
- जनदर्शन कार्यक्रम में आए पीड़ित ने सहकारिता व खेल मंत्री विश्वास सारंग को सुनाई व्यथा।
- भोपाल में जहांगीराबाद निवासी शुभम गोस्वामी को फंसाकर जबरन करवाया गया था मतांतरण
- युवक की आपबीती सुनकर मंत्री बोले, लव जिहाद से पीड़ित युवक की करवाएंगे घर वापसी।
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। मुझे मुस्लिम परिवार ने दबाव बनाकर मतांतरण करने को मजबूर किया था, झूठे केस भी दर्ज करवाए। जिसके कारण मुझे जेल भी जाना पड़ा और परिवार को भी जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। ऐसे में परेशान होकर मुस्लिम धर्म अपनाया था।
मुस्लिम परिवार की मानसिक प्रताड़ना के कारण मैं आत्महत्या के लिए मजबूर हो गया था। यह पीड़ा मतांतरण के शिकार हुए युवक ने पिछले दिनों जनदर्शन कार्यक्रम के दौरान सहकारिता, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग के सामने व्यक्त की थी।
इस पर मंत्री ने कहा था कि लव जिहाद से पीड़ित हिंदू युवक की जल्द घर वापसी करवाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने पुलिस को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इस मामले में पुलिस ने दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
यह था पूरा मामला
- जानकारी के अनुसार मुस्लिम परिवार के दबाव में आकर जहांगीराबाद निवासी शुभम गोस्वामी ने मुस्लिम धर्म अपनाकर अपना नाम अमन खान कर लिया था।
- जिसकी पीड़ा सुनने के बाद मंत्री ने कहा कि जबरन मतांतरण करवाने वाले दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। पीड़ित युवक को हिंदू शास्त्रानुसार पुनः हिंदू धर्म में घर वापसी करवाई जाएगी, जिसके बाद अमन खान फिर से शुभम गोस्वामी के नाम से जाना जाएगा।
पीड़ित युवक शुभम ने कहा कि उसे धोखे और दबाव में मुस्लिम बनाया गया था, लेकिन अब मंत्री के हस्तक्षेप के बाद वह फिर से हिंदू धर्म अपनाएगा।
वह जनदर्शन में नहीं पहुंचता तो शायद अपनी जान दे देता। अब उसे विश्वास है कि उसे न्याय मिलेगा और वह अपनी पहचान के साथ सम्मानजनक जीवन जी सकेगा। जमात में भेजकर करवाया था मतांतरण
युवक ने बताया कि एक मुस्लिम युवती से पहचान होने के बाद उसके परिवार ने अपने जाल में फंसा लिया। उसे जमात में भेजकर जबरन इस्लाम कबूल करवाया गया और गौ-मांस खाने तक के लिए मजबूर किया गया, ताकि वह पूरी तरह धर्म बदलने पर विवश हो जाए। दबाव, उत्पीड़न और सामाजिक बहिष्कार के कारण उसका परिवार भी उससे दूर हो गया और वह पूरी तरह अकेला पड़ गया था।