Madhya Pradesh News: भोपाल (राज्य ब्यूरो)। मध्य प्रदेश में धान का उपार्जन 28 नवंबर से प्रारंभ होगा। दो हजार 40 रुपये प्रति क्विंटल की दर से पंजीकृत किसानों से उपार्जन किया जाएगा। आठ लाख किसानों ने ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन कराया है। वहीं, एक दिसंबर से ज्वार और बाजरा की खरीदी की जाएगी। ज्वार का समर्थन मूल्य दो हजार 970 और बाजरा का दो हजार 350 रुपये प्रति क्विंटल है। किसानों को यह सुविधा दी गई है कि वे अपनी सुविधा के अनुसार उपार्जन केंद्र का चयन कर सकते हैं।
खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने बताया कि धान का उर्पाजन प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के अलावा गोदाम स्तर पर भी किया जाएगा। इस बार यह व्यवस्था बनाई गई है कि गोदामों का तीन बार सत्यापन किया जाए ताकि यह पता चल सके कि पहले से धान तो नहीं रखा है।
उपार्जन के मध्य और अंत में भी सत्यापन होगा। 40 लाख टन धान उपार्जन का अनुमान है। इसके लिए भंडारण की व्यवस्था बनाई जा चुकी है। गोदामों का संचालन राज्य भंडारण निगम करेगा और जो सूखत होगी, उसके नुकसान का भार भी निगम ही उठाएगा। गोदाम संचालकों को प्रति क्विंटल 45 रुपये का भुगतान किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ में ऐसे मिलता है धान का प्रति क्विंटल 2,640 रुपये मूल्य
छत्तीसगढ़ में धान के समर्थन मूल्य दो हजार 40 रुपये के ऊपर सरकार किसानों को 600 रुपये प्रति क्विंटल प्रोत्साहन राशि देती है, जिससे किसानों को प्रति क्विंटल दो हजार 640 रुपये मिलते हैं। दरअसल, राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत किसानों को प्रति एकड़ नौ हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। धान प्रति एकड़ 15 क्विंटल खरीदी जाती है। सरकार दावा करती है कि अगले 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले यह राशि दो हजार 800 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच जाएगी।