नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। राजधानी में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की रीढ़ कही जाने वाली बीसीएलएल (BCLL) कंपनी की लाल बसें अब लोगों की परेशानी की वजह बन रही हैं। एक समय शहर की बड़ी आबादी को राहत देने वाली ये बसें आज सड़कों से गायब होती जा रही हैं। करीब 10 प्रमुख रूटों पर बसों का संचालन पूरी तरह बंद हो गया है जबकि चालू रूटों पर भी बसों की संख्या बेहद सीमित हो चुकी है।
बीसीएलएल की बस सेवाएं सीमित हो गई हैं। फिलहाल केवल छह रूटों पर ही बसें संचालित हो रही हैं। जिस कारण शहर के अधिकांश लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। इसके साथ साथ आइएसबीटी बस स्टैंण्ड पर करोड़ों की लागत से खरीदी गई बसें जंग खा रही है।
इन रूटों पर प्रतिदिन बसों की संख्या को बढ़ाया घटाया जाता रहता है। शहर के सभी रूटों पर लगगभ 110 बसें दौड़ रही हैं।
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भोपाल में फिलहाल चार ऑपरेटरों के जरिए लाल बसें संचालित होती हैं, लेकिन इनमें से एक प्रमुख ऑपरेटर मां एसोसिएट की 149 बसें बीते एक साल से अधिक समय से बंद हैं। और कुछ अन्य ऑपरेटरों की बसों को मिलाकर कुल 210 से अधिक बसें बस स्टैंण्ड में खड़ी खड़ी जग खा रही है। बाकी तीन ऑपरेटरों की स्थिति इस प्रकार है।
एपीएम मोटर्स : 40 बसें
श्री दुर्गम्मा: 50 बसें
इनक्यूबेटर कंपनी: 77 बसें (CNG बसें शामिल)
हालांकि जिन रूटों पर बसें बंद हो चुकी हैं, उनमें बस नंबर 306 (श्री नरहरिदास बस स्टैंड से एम्स), बस नंबर 304 (नीलबड़ से नादरा बस स्टैंड),बस नंबर 307 (ओरिएंटल कॉलेज से गणेश मंदिर), बस नंबर 309 (करोंद से बरखेड़ा पठानी),बस नंबर SR-8 बैरागढ़ चीचली से कोच फैक्ट्री, बस नंबर TR-1,आकृति इको सिटी से चिरायु, बस नंबर 208 कोकता से लेकर लालघाटी, बस नंबर 115 अयोध्या नगर से लेकर गांधी नगर , बस नंबर 303 रंग महल से लेकर अयोध्या नगर और बस नंबर SR-1A बैरागढ़ चीचली से चिरायु नाका की शामिल हैं।
यात्री कपिल हरित ने कहा कि मैं हर दिन दानिशकुंज से एमपी नगर आना जाना करता हूं। पहले बस से 15-20 मिनट में पहुंच जाता था, अब रोज़ दो आटो बदलने पड़ते हैं। खर्च भी बढ़ गया और समय भी। जिससे कई तरह की परेशानी होती है।
यात्री चंद्रिका चावरिया ने कहा कि मैं SR-8 की बस से एमपी नगर तक जाती हूं। बसें बंद होने से कई तरह की परेशानी होती है। आटो वाले बहुत समय लगाते है पहुंचाने में। कभी आटो नहीं मिलता तो कैब करके जाना पड़ता है जिससे किराया अधिक लगता है।
बीसीएलएल कंपनी के डायरेक्टर मनोज राठौर ने कहा कि शहर के अधिकांश रूटों पर बसें धीरे धीरे बंद हो रही हैं जिससे यात्रियों की परेशानी बढ़ रही है। मैं मुख्यमंत्री और नगरीय प्रशासन मंत्री को एक दो दिन में पत्र लिख इस समस्या को अवगत कराने वाला हूं ताकि भोपाल के रूटों पर फिर से बसों का संचालन हो सके।