
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल: किसानों के मुद्दों पर सोमवार को सदन में सरकार को घेरने के बाद मंगलवार को कांग्रेस ने विधानसभा परिसर के बाहर प्रतीकात्मक तरीके से विरोध दर्ज कराया। कांग्रेस विधायकों ने “चिड़िया चुग गई खेत” की झांकी के साथ प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि सरकार किसान को उसकी उपज का उचित मूल्य नहीं दे रही है और न ही समय पर खाद एवं मुआवजा उपलब्ध हो रहा है। उनका कहना था कि किसान हित की लगातार अनदेखी हो रही है और हजारों किसान सड़कों पर उतरकर विरोध जताने को मजबूर हैं, लेकिन सरकार पूरी तरह उदासीन बनी हुई है।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और अन्य विधायकों ने झांकी के साथ नारेबाजी करते हुए कहा कि किसान का संघर्ष लगातार बढ़ता जा रहा है। सिंघार ने आरोप लगाया कि किसानों के लिए न लाइनें खत्म हो रही हैं और न ही चक्कर। कभी खाद के लिए किसान लाइन में खड़ा मिलता है, तो कभी मुआवजे के लिए भटकता नजर आता है।
उन्होंने कहा कि सरकार के दस घंटे बिजली देने के दावे झूठे हैं, क्योंकि किसानों को आठ घंटे की बिजली भी व्यवस्थित रूप से नहीं मिल रही। बीच-बीच में ट्रिपिंग, वोल्टेज की समस्या और बढ़ती लागत ने किसानों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
उमंग सिंघार ने आगे कहा कि उपज का मूल्य भी इतना कम है कि किसान अपना खर्च तक नहीं निकाल पा रहा। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि प्याज थोक बाजार में 150 रुपये प्रति क्विंटल बिक रही है, जो किसानों के लिए बेहद निराशाजनक स्थिति है।
ऐसे हालात में किसान सड़क पर उतरकर संघर्ष कर रहा है, जबकि सत्ता पक्ष केवल भावांतर योजना का ढिंढोरा पीट रहा है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार रूपी चिड़िया पहले ही किसानों के खेत साफ कर चुकी है।
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