MP Election Results 2023: सौरभ सोनी, भोपाल। अगले वर्ष मई में लोकसभा का चुनाव प्रस्तावित है। विधानसभा चुनाव के परिणामों को देखा जाए तो मध्य प्रदेश की 10 लोकसभा सीटें ऐसी हैं, जहां भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। इनमें छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र में आने वाली सभी सातों विधानसभा सीटें कांग्रेस ने जीती हैं।
यहां मिली भाजपा को हार
इसी तरह मुरैना की पांच, भिंड की चार, ग्वालियर की चार, टीकमगढ़ की तीन, मंडला की पांच, बालाघाट की चार, रतलाम की चार, धार की पांच और खरगोन लोकसभा क्षेत्र की आठ विधानसभा सीटों में से पांच पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा अब इन विधानसभा सीटों को लेकर मंथन कर रही है और लोकसभा चुनाव की दृष्टि से इन सीटों पर मजबूत पकड़ बनाने में जुट गई है। इन हारी हुई सीटों पर भाजपा को लोकसभा चुनाव में दोगुनी मेहनत करनी होगी।
सभी सीटों पर भाजपा
पांच लोकसभा क्षेत्र भाजपा के लिए सुरक्षित हैं। यहां जनता ने सभी सीटों पर भाजपा को चुना हैं। इनमें खजुराहो, होशंगाबाद, देवास, इंदौर और खंडवा लोकसभा क्षेत्र की सभी विधानसभा सीटें भाजपा ने जीती है। इनके अलावा सागर, दमोह, रीवा, सीधी, जबलपुर, विदिशा और मंदसौर लोकसभा क्षेत्र में केवल एक-एक विधानसभा सीट ही भाजपा हारी हैं शेष सभी सीटों पर भाजपा को विजय मिली है।
इन लोकसभा क्षेत्रों में एक से दो सीटें हारी है भाजपा
गुना लोकसभा क्षेत्र में दो बामोरी, अशोकनगर पर कांग्रेस जीती है, शेष विधानसभा सीटों पर भाजपा की विजय हुई है। इसी तरह सागर में एक बीना पर कांग्रेस, दमोह में एक मलहरा पर कांग्रेस, सतना में दो सीट सतना और अमरपाटन पर कांग्रेस, रीवा में एक सेमरिया सीट पर कांग्रेस, सीधी में एक चुरहट पर कांग्रेस, शहडोल में एक पुष्पराजगढ़ पर कांग्रेस, जबलपुर में एक जबलपुर पूर्व पर कांग्रेस, विदिशा में एक सिलवानी पर कांग्रेस, भोपाल में दो भोपाल उत्तर, भोपाल मध्य पर कांग्रेस, राजगढ़ में दो राघोगढ़, सुसनेर पर कांग्रेस, उज्जैन में दो महिदपुर, तराना पर कांग्रेस, मंदसौर में एक मंदसौर पर कांग्रेस, बैतूल में दो सीटें टिमरनी और हरदा पर कांग्रेस विजयी हुई है। वहीं शेष सीटों पर भाजपा जीती है। इन लोकसभा क्षेत्रों में भाजपा को कुछ खास फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि यहां भाजपा की अच्छी स्थिति हैं।