नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर छह मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। मानसून द्रोणिका भी प्रदेश से होकर गुजर रही है। इसके चलते विभिन्न जिलों में रुक-रुककर बारिश (Rain in Madhya Pradesh) का सिलसिला जारी है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि शुक्रवार-शनिवार को ग्वालियर, चंबल, रीवा, शहडोल एवं उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश (Heavy Rain in MP) हो सकती है। शेष क्षेत्रों में बादल छंट सकते हैं, लेकिन बीच-बीच में हल्की बौछारें पड़ने की भी संभावना है।
मध्य प्रदेश के 24 जिलों अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, गुना, ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, भिंड, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, मऊगंज, मैहर, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, आगर मालवा, देवास, मंदसौर, नीमच, रतलाम, शाजापुर और उज्जैन में आज और कल भारी बारिश हो सकती है।
गुरुवार को शाम साढ़े पांच बजे तक शिवपुरी में 30, गुना में 25, रतलाम में 23, सागर में 22, मंडला में 15, रायसेन में 13, भोपाल में 12, पचमढ़ी में 11, मलाजखंड में 8, सिवनी में 7, छिंदवाड़ा में 6, इंदौर में 5, बैतूल एवं उमरिया में 4, नर्मदापुरम में 3, दतिया, ग्वालियर, उज्जैन एवं दमोह में 2 मिलीमीटर वर्षा हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी पीके रायकवार ने बताया कि वर्तमान में मानसून द्रोणिका जैसलमेर, कोटा, दतिया, सीधी, रांची, बांकुरा, दीघा से होकर बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। पश्चिमोत्तर मध्य प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। गुजरात से महाराष्ट्र तक एक अपतटीय द्रोणिका बनी है। कच्छ और उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है।
पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र एवं उससे लगे आोडिशा पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इसके अतिरिक्त मध्य प्रदेश के मध्य में विरूपक हवाओं का क्षेत्र (शियर जोन) भी मौजूद है। अलग-अलग क्षेत्रों में बनी इन मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश में वर्षा होने का सिलसिला बना रह सकता है।
शिवपुरी जिले में बुधवार रात 12 बजे से हुई बारिश गुरुवार देर शाम तक जारी रही। लगभग 18 घंटे बारिश से नदी, नाले उफान पर आ गए। कोलारस के पहाड़ाखुर्द में नाले में पानी रपटे के ऊपर से बहने लगा। इस बीच, शिवपुरी से कदवाया जा रही बस रपटे के बीचों-बीच पहुंचकर फंस गई। ग्रामीणों की मदद से ट्रैक्टर बुलवाकर बस को निकाला गया। वहीं, ग्राम बेरखेड़ी डोंगरपुर में उफनते नाले को पार करते समय तीन बाइक सवार बह गए। गनीमत रही कि समय रहते बच गए।
यह भी पढ़ें : इंदौर में रातोरात चंदू वाला रोड हो गया गौसिया, लोहा गेट को कर दिया रजा गेट