नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। शहर में कलात्मक, सांस्कृतिक, सामाजिक, खेल, धार्मिक आदि गतिविधियों का सिलसिला निरंतर चलता रहता है। रविवार 11 फरवरी को भी शहर में ऐसी अनेक गतिविधियों का आयोजन होने जा रहा है, जिनका आप आनंद उठा सकते हैं। यहां हम कुछ ऐसे ही चुनींदा कार्यक्रमों की जानकारी पेश कर रहे हैं, जिसे पढ़कर आपको अपनी दिन की कार्ययोजना बनाने में आसानी होगी।
माह का प्रादर्श - इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय ने फरवरी माह के प्रादर्श के तहत भूटिया समुदाय के आध्यात्मिक उपकरण फुरबा को प्रदर्शित किया है। वीथि संकुल में इसे सुबह 11 बजे से शाम छह बजे तक देखा जा सकता है।
चित्र प्रदर्शनी - मध्यप्रदेश जनजातीय संग्रहालय की लिखंदरा दीर्घा में गोंड चित्रकार संतू तेकाम के चित्रों की प्रदर्शनी सह-विक्रय का संयोजन किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी को दोपहर 12 बजे से रात आठ बजे तक देखा जा सकता है।
लोककला प्रदर्शनी - इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय द्वारा भारत के लोग नामक प्रदर्शनी श्रृंखला के अंतर्गत झारखंड के सामाजिक-सांस्कृतिक जीवन पर केंद्रित प्रदर्शनी आवृति भवन में सजाई गई है। इस प्रदर्शनी के जरिए मुंडा, संथाल, उरांव, बिरहोर, भूमिज, माल पहाड़िया, असुर, हो एवं गोंड जनजाति से संबंधित इंगारामासं के वैविध्यपूर्ण संकलन को दर्शाते हुए झारखंड के सामाजिक-सांस्कृतिक जीवन की झलक के प्रस्तुतीकरण का प्रयास है। प्रदर्शनी को सुबह 11 बजे से देखा जा सकता है।
बाग प्रिंट प्रदर्शनी - धार जिले के बाग और कुक्षी में रहकर छपाई की परंपरा को आगे बढ़ा रहे शिल्पियों ने गौहर महल में बाग प्रिंट प्रदर्शनी लगाई है। 12 फरवरी तक चलने वाली इस प्रदर्शनी को दोपहर 12 बजे से देखा जा सकता है।
श्रीमद्भागवत कथा- मानस भवन में आज से एक सप्ताह तक संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन होगा। 16 फरवरी तक चलने वाले इस आयोजन में रोज अपराह्न तीन घंटे अखिल भारतीय मानस संघ धर्म अध्यक्ष पंडित रामकृपालु उपाध्याय महाराज कथा सुनाएंगे। समय दोपहर 2:30 बजे सायं 5:30 बजे तक है।
संगीत संध्या - मुस्कान म्यूजिकल ग्रुप की ओर से संगीत संध्या 'ये मौसम का जादू है मितवा...' का आयोजन किया जा रहा है। एसवी पालिटेक्निक कालेज के सभागार में कार्यक्रम शाम साढ़े चार बजे आरंभ होगा।
जनयोद्धा नाट्य समारोह - स्वराज संस्थान संचालनालय द्वारा शहीद भवन में जनयोद्धा राष्ट्रीय नाट्य समारोह आयोजित किया जा रहा है। 15 फरवरी तक चलने वाले इस सप्तदिवसीय नाट्य समारोह में प्रतिष्ठित नाट्य निर्देशकों सहित मध्यप्रदेश नाट्य विद्यालय ,भोपाल द्वारा समारोह के लिए विशेष रूप से तैयार नाटक मंचित किए जा रहे हैं। आज इस समारोह के तीसरे दिन अभिजीत चौधरी, पुणे के निर्देशन में नाटक 'सिहर उठी थी मौत यहां' का मंचन होगा। प्रस्तुति शाम 6.30 बजे आरंभ होगी।
लीनियेज समारोह - कुक्कुट भवन, कोटरा के सभागार में लीनियेज समारोह के दूसरे और अंतिम दिन शाम 6.30 बजे से विदुषी वीणा सहस्त्रबुद्धे की शिष्या सुलेखा भट का गायन होगा। इसके अलावा नई दिल्ली से पधारे पंडित संतोष नाहर वायलिन वादन पेश करेंगे।