राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। छिंदवाड़ा में किडनी फेल से बच्चों की मौत के बाद लिए गए कफ सीरप के सैंपल में जहरीला केमिकल डायथिलीन ग्लायकाल (डीईजी) पाया गया है। राज्य औषधि लैब की शनिवार देर रात आई रिपोर्ट में ‘कोल्ड्रिफ’ ब्रांड के सीरप में 46.20 प्रतिशत डीईजी मिला। वहीं हिमाचल में बने नेक्सट्रो-डीएस कफ सीरप और गोवा में बने बुखार के सीरप में गुणवत्ता सही पाई गई।
इससे पहले तमिलनाडु के कांचीपुरम स्थित उत्पादन इकाई से लिए गए सैंपलों में भी 48.6 प्रतिशत डीईजी मिला था। रिपोर्ट के आधार पर मध्य प्रदेश सरकार ने ‘कोल्ड्रिफ’ कफ सीरप और कंपनी के अन्य उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह सीरप श्रीसन कंपनी बनाती है।
छिंदवाड़ा जिले में पिछले एक माह में पांच वर्ष से कम उम्र के 10 बच्चों की मौत हो चुकी है। शनिवार को नागपुर अस्पताल में एक और बच्ची की मौत हो गई, जबकि 12 बच्चे अभी भी उपचाराधीन हैं।
जांच में मिली पुष्टि
मध्य प्रदेश सरकार के कहने पर तमिलनाडु सरकार के औषधि प्रशासन विभाग ने कंपनी के उत्पादन केंद्र से सैंपल लेकर जांच की, जिसमें एसआर-13 बैच में डीईजी पाया गया। हैरानी की बात यह रही कि जिस ‘कोल्ड्रिफ’ सीरप में हानिकारक केमिकल मिला, उसकी मध्य प्रदेश सरकार ने जांच एक सप्ताह बाद कराई।
इससे पहले उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा था कि नौ सैंपलों की रिपोर्ट में कफ सीरप में हानिकारक तत्व नहीं मिले।
पहले नहीं दिखाई गंभीरता
छिंदवाड़ा में बच्चों की मौत का सिलसिला 4 सितंबर से शुरू हुआ। सर्दी-जुकाम और बुखार के बाद बच्चों को पेशाब रुकने की समस्या हुई और किडनी फेल से उनकी जान गई। शुरुआत में स्वास्थ्य विभाग ने सिर्फ छिंदवाड़ा में ही सीरप को प्रतिबंधित किया था। बाद में केंद्र और राज्य की टीम ने 19 सैंपल जांच के लिए लिए, जिनमें से 12 की रिपोर्ट आ चुकी है। तमिलनाडु सरकार ने कंपनी के चार अन्य ब्रांड के कफ सीरप के भी सैंपल जांचे, पर उनमें डीईजी नहीं मिला।
डीईजी की सीमा और खतरा
खाद्य एवं औषधि प्रशासन के नियंत्रक दिनेश मौर्य के अनुसार, छिंदवाड़ा से लिए गए ‘कोल्ड्रिफ’ सैंपल में डीईजी की मात्रा 46.20 प्रतिशत रही। जबकि मानक सीमा 0.1 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए। यह स्वास्थ्य के लिए घातक है।
मुख्यमंत्री की घोषणा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मृतक बच्चों के स्वजन को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि घटना दुखद है और राज्य सरकार ने तुरंत पूरे प्रदेश में ‘कोल्ड्रिफ’ सीरप व कंपनी के सभी उत्पादों की बिक्री पर रोक लगा दी है। सीएम ने कहा कि जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई होगी और जांच के लिए राज्य स्तर पर टीम गठित कर दी गई है।