नईदुनिया प्रतिनिधि, दमोह: जीवन कितना क्षणभंगूर इसका कोई भरोसा नहीं है। देखते ही देखते अच्छे-खासे इंसान की जीवनलीला समाप्त हो जा रही है। ऐसा ही कुछ दमोह में भी हुआ है। यातायात पुलिस थाना दमोह में पदस्थ एएसआइ रमेश तिवारी 58 साल निवासी जबलपुर नाका की सोमवार शाम अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार की शाम करीब छह बजे वह अस्पताल चौराहा पर ड्यूटी के दौरान पैर में लगी पुरानी चोट की पट्टी बंधवाने मानस भवन काम्प्लेक्स स्थित एक क्लिनिक पहुंचे थे। इसी दौरान क्लिनिक में स्टूल पर बैठे-बैठे अचानक नीचे गिर पड़े, क्लिनिक में मौजूद लोगों ने तत्काल एएसआई रमेश तिवारी को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉ. वीरेंद्र सिंह, डॉ. यशपाल और वार्डबाय रोहित समेत मेडिकल टीम ने उन्हें सीपीआर देकर बचाने का प्रयास किया।
सिविल सर्जन डॉ. प्रहलाद पटेल, डॉ. उमेश तंतुवाय और डॉ. चक्रेश चौधरी भी मौके पर पहुंचे और उन्हें आइसीयू में भर्ती कर इलाज किया लेकिन जान नहीं बची। घटना की जानकारी मिलते ही एएसपी सुजीत सिंह भदौरिया, कोतवाली टीआइ मनीष कुमार, यातायात थाना प्रभारी दलवीर सिंह मार्को सहित कई पुलिस अधिकारी अस्पताल पहुंचे और जानकारी ली।
यातायात थाना प्रभारी के मुताबिक शाम करीब 6.30 बजे की घटना है, प्रारंभिक तौर पर डाक्टरों ने मौत का कारण हार्ट अटैक बताया है। उन्होंने बताया कि एएसआई तिवारी को पैर में तलवे के पास चोट थी जो ठीक नहीं हो रही थी। स्वजन के अनुसार उन्हें और उनके परिवार को शुगर की भी समस्या है।
तिवारी के दो बेटे है जिनमें बड़ा बेटा जबलपुर में आरक्षक है और छोटा बेटा उनके साथ रहता है। उल्लेखनीय है कि रमेश तिवारी के परिवार में शुगर की समस्या के कारण ही उनके सबसे बड़े भाई राजेंद्र तिवारी, जो पुलिस विभाग में ही पदस्थ थे की भी मृत्यु हो गई थी।
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उनके पुत्र राहुल तिवारी यातायात पुलिस में ही आरक्षक के पद पर पदस्थ है। इसी प्रकार उनके दूसरे भाई जगदीश तिवारी जो शिक्षक विभाग में शिक्षक थे की भी मृत्यु शुगर के कारण ही हुई थी, उनका पुत्र भी इमलिया में हाई स्कूल में पदस्थ है।