
नईदुनिया प्रतिनिधि, देवास। जिले के भौंरासा क्षेत्र के गांव सुमराखेड़ी के रहने वाले पंकज परमार का चयन एमपीपीएसी-2023 में डिप्टी कलेक्टर पद के लिए हुआ है। शनिवार को जैसे ही परिणाम घोषित हुआ तो पंकज के चयन से परिवार व गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। पंकज ने यह सफलता सेल्फ स्टडी करके हासिल की है। इससे पहले वो दो बार इंटरव्यू व तीन बार मेन्स परीक्षा दे चुके थे। परीक्षा के लिए पंकज ने रोजाना सात से आठ घंटे तक पढ़ाई की।
पंकज के पिता समंदर सिंह परमार शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल जामगोद के प्रभारी प्राचार्य हैं। माता प्रेमलता परमार गृहिणी हैं। बड़े भाई फोटोग्राफर हैं जबकि बड़ी बहन कर्मा परमार जिले के चौबाराधीरा में शिक्षिका के पद पर पदस्थ हैं। पंकज ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा देवास के उत्कृष्ट विद्यालय से पूर्ण की थी। बाद में उन्होंने बीटेक कंप्यूटर सांइस भोपाल से किया। पंकज ने बताया परिवार ने उनको हमेशा प्रोत्साहित किया।
सफलता एक दिन में नहीं मिलती लेकिन एक दिन जरूर मिलती है
पंकज ने बताया तीन बार मेन्स परीक्षा देने व दो बार इंटरव्यू देने के बाद भी चयन नहीं होने से उनके मन में भी निराशा का भाव आया था लेकिन उन्होंने उसे अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया और सतत प्रयास जारी रखा। उन्होंने कहा सफलता एक दिन में नहीं मिलती लेकिन एक दिन जरूर मिलती है। मेरा शुरू से ही डिप्टी कलेक्टर बनने का लक्ष्य था और शुरुआती असफलताओं के बाद भी इस लक्ष्य से नहीं भटका।
पंकज के पिता समंदर सिंह ने बताया इतनी खुशी हो रही है कि उसे व्यक्त नहीं किया जा सकता। गांव व क्षेत्र से पहली बार कोई इतने बड़े पद के लिए चयनित हुआ है।