
नईदुनिया प्रतिनिधि, धार। भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही सख्त मुहिम के तहत लोकायुक्त इंदौर की टीम ने डही में बड़ी कार्रवाई करते हुए सहायक ग्रेड-3 को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। आरोपित यह रकम सेवानिवृत्त चपरासी के पेंशन प्रकरण और एनपीएस कटौती राशि आहरित करने के एवज में मांग रहा था। प्रदेश में भ्रष्टाचार पर कड़ी कार्रवाई के निर्देशों के तहत पुलिस महानिदेशक लोकायुक्त योगेश देशमुख और उप पुलिस महानिरीक्षक मनोज कुमार सिंह के मार्गदर्शन में लोकायुक्त इंदौर इकाई ने बुधवार को महत्वपूर्ण ट्रैप कार्रवाई को अंजाम दिया।
डही निवासी आवेदक रणजीत वामनिया ने शिकायत की थी कि शिक्षा विभाग, डही के सहायक ग्रेड-3 व लेखा शाखा प्रभारी दिनेश भिड़े उनके पिता के पेंशन प्रकरण तैयार करने और एनपीएस कटौती राशि आहरित करने के बदले 10,000 रुपये रिश्वत मांग रहे हैं।
आवेदक के पिता कुवंरसिंह वामनिया सीएम राइज स्कूल डही में चपरासी के पद से 31 जुलाई 2025 को सेवानिवृत्त हुए थे। शिकायत मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक (लोकायुक्त) इंदौर राजेश सहाय के निर्देशन में 28 नवंबर को सत्यापन कराया गया, जिसमें आरोप सही पाया गया। इसके बाद बुधवार, 3 दिसंबर को ट्रैप की योजना बनाई गई।
निर्धारित कार्रवाई के दौरान आरोपी दिनेश भिड़े को आवेदक से 10,000 रुपये रिश्वत लेते हुए विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय, डही में रंगे हाथ पकड़ लिया गया। आरोपित के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
निरीक्षक रेनू अग्रवाल, प्रधान आरक्षक प्रमोद यादव, आरक्षक पवन पटोरिया, सतीश यादव, मनीष माथुर और कृष्णा अहिरवार शामिल थे।