नईदुनिया प्रतिनिधि, गुना। 'हम आदिवासी और पंजाब का नृत्य तो पेश कर रहे हैं, लेकिन गुना की संस्कृति क्या है। इसका हम कुछ नहीं बता पा रहे हैं। गुना की संस्कृति चार अलग-अलग संस्कृतियों का मिलन है, राजस्थानी, बुंदेलखंडी, मालवा और चंबल। हमें इससे मिलकर कुछ प्रस्तुतियां तैयार करनी चाहिए। लेकिन हम भूलते जा रहे हैं। ये वैसे ही है, जैसे फर्जी मीसाबंदी आज भी यहां पेंशन ले रहे हैं।' यह बात गुना से भाजपा विधायक पन्नालाल शाक्य ने कही।
वे स्कूल शिक्षा विभाग की 69 वीं राज्यस्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर सोमवार को स्थानीय खेल नोडल केंद्र उत्कृष्ट विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। कार्यक्रम में सांदीपनि विद्यालय की छात्राओं ने दो सांस्कृतिक नृत्य पेश किए। इसमें एक आदिवासी नृत्य था और दूसरा पंजाबी नृत्य।
इसी पर बोलते हुए मुख्य अतिथि विधायक पन्नालाल शाक्य ने यह बात कही। शाक्य ने कहा कि मीसाबंदी उन्हें कहा जाता है जो आपातकाल का विरोध करते हुए जेल गए थे। इसमें अधिकारी, जनसंघ और जनता पार्टी के लोग थे। इसलिए प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद मीसाबंदियों की सम्मान निधि शुरू हुई। वर्तमान में उन्हें हर महीने 30 हजार रुपये पेंशन के रूप में दिए जाते हैं। वहीं कुछ फर्जी मीसाबंदी भी पेंशन ले रहे हैं।
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बता दें, इस राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भोपाल, इंदौर, जनजातीय विभाग, जबलपुर, रीवा, सागर, उज्जैन एवं नर्मदापुरम समेत कुल 9 संभागों की टीमों के 520 खिलाड़ी व कोच भाग ले रहे हैं। 14 से 17 वर्ष बालक और बालिका वर्ग में जूडो व बॉक्सिंग के मुकाबले होंगे।