- शिवपुरी, श्योपुर, ग्वालियर, मुरैना जिलों की 1.5 लाख हेक्टेयर भूमि होगी सिंचित
Gwalior Water Problem News: ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। कूनो नेशनल पार्क से बहने वाली कूनो नदी पर जल संसाधन विभाग श्रीमंत माधवराव सिंधिया बहुउद्देशीय परियोजना के तहत पांच बांध बनाने जा रहा है। 5500 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में ग्वालियर, श्योपुर, शिवपुरी और मुरैना जिलों के कई गांवों की 1.5 लाख हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। वहीं ग्वालियर के पेयजल के लिए भी इसी बांध से व्यवस्था की गई है।
इस बांध से ग्वालियर को 2050 तक जरूरत के मुताबिक 172 एमसीएमटी पानी दिया जाएगा। यह पानी आसन नदी के जरिए कोतवाल बांध तक लाया जाएगा, यहां से पानी को मोतीझील व जलालपुर पर बने वाटर ट्रीटमेंट प्लांटों से फिल्टर कर शहर में सप्लाई किया जाएगा। इन बांधों को बनाने के लिए सर्वे का कार्य चल रहा है।
श्रीमंत माधवराव सिंधिया बहुउद्देशीय परियोजना के तहत बनाए जा रहे पांचों बांधों में 27434 एमसीएफटी पानी स्टोर किया जाएगा। इसमें से 6075 एमसीएफटी पानी को ग्वालियर शहर की पेयजल व्यवस्था के लिए रखा जाएगा। ग्वालियर के लिए श्यामपुर बांध से पानी को पहले नहर के जरिए सबलगढ़ के पास तक पहुंचाया जाएगा। वहां से इस पानी को आसन नदी में डाला जाएगा। आसन नदी पर कोतवाल बांध बना हुआ है, नदी के जरिए यह पानी कोतवाल बांध तक आएगा, यहां से इस पानी को पाइप लाइनों के जरिए मोतीझील और जलालपुर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक लाया जाएगा।
राजस्थान बार्डर तक भरा जाएगा बांध का पानी
इन पांचों बांधों में सबसे बड़ा बांध श्योपुर जिले के श्यामपुर गांव के पास बनेगा। इस बांध की क्षमता 12323.19 एमसीएफटी होगी। इस बांध को भरने पर इसका पानी राजस्थान बार्डर को टच करेगा।
बांधों का बदला जाएगा नाम
श्रीमंत माधवराव सिंधिया बहुउद्देशीय परियोजना में बनने वाले पांच बांधों में से श्यामपुर बांध मुख्य है, इस बांध को हमेशा भरा रखने के लिए चार फीडर बांध बनाए जा रहे हैं, लेकिन इन सभी फीडर बांधों से भी नहरें निकल रही हैं, जो सिंचाई के लिए उपयोग में लाई जाएंगी। इसके चलते अब इन फीडर बांधों का भी नाम बदलने की योजना चल रही है।
श्रीमंत माधवराव सिंधिया बहुउद्देशीय परियोजना के तहत पांच बांध बनाए जा रहे हैं, इसके लिए सर्वे का कार्य फायनल चरण में चल रहा है। इन बांधों से ग्वालियर के पेयजल की व्यवस्था की गई है। बांधों का निर्माण होने के बाद 2050 तक ग्वालियर की पेयजल आपूर्ति होती रहेगी
आरपी झा, अधीक्षक यंत्री जल संसाधन विभाग