
नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। सांसद भारत सिंह कुशवाह, पूर्व सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, विधायक मोहन सिंह राठौड़ और ग्रामीण क्षेत्र के कांग्रेस विधायक साहब सिंह गुर्जर, पूर्व मंत्री लाखन सिंह खेतों का हाल और किसानों का दर्द तो सुन आए हैं। बीज निगम के पूर्व अध्यक्ष महेंद्र सिंह यादव मुख्यमंत्री को सर्वे के लिए पत्र भेज चुके हैं। इसके बावजूद सर्वे के कार्य को गति नहीं मिलने से किसान आक्रोशित हैं।
सरकार का इरादा सर्वे के नाम पर किसानों को ठगने का है। पूर्व मंत्री लाखन सिंह का कहना है कि वे भितरवार विधानसभा क्षेत्र गए थे। एक-दो गांवों में पटवारी मिले थे। वे सर्वे के नाम पर केवल गांव का नाम, किसान का नाम और खेत का क्षेत्रफल लिख रहे थे।
पटवारी से सवाल करने पर उसका कहना था कि हमें तो इतना ही करने के निर्देश मिले हैं। नुकसान का आंकलन कृषि विभाग की टीम करेगी। अपने स्तर पर पता करने पर जानकारी मिली है कि सरकार का इरादा केवल 20 प्रतिशत नुकसान बताने का है और 20 प्रतिशत के नुकसान पर कोई मुआवजा बनता नहीं है। यानी सर्वे के नाम पर किसानों को ठगने का षड्यंत्र रचा जा रहा है।
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कांग्रेस विधायक साहब सिंह गुर्जर का कहना है कि मेरे क्षेत्र का किसान पूरी तरह बर्बाद हो चुका है और अब तक सर्वे टीम खेतों तक नहीं पहुंची है। जब तक सर्वे का काम ईमानदारी और समय पर पूरा नहीं होगा तो पीड़ितों को मुआवजा कहां से मिलेगा। मुआवजे की एक-एक पाई किसान को मिलेगी सांसद भारत सिंह कुशवाह का कहना है कि मैंने भी ग्रामीण, डबरा व भितरवार सहित कई गांवों में जाकर देखा है। किसानों को भारी नुकसान हुआ। कांग्रेसी केवल भ्रम फैला रहे हैं। सर्वे पूर्ण ईमानदारी के साथ हो रहा है और किसानों को भी नुकसान की एक-एक पाई मिलेगी।