ग्वालियर, नईदुनिया रिपोर्टर। मुंबई को सपनों का शहर कहते हैं, लेकिन यहां सपनों को पूरा करने की बड़ी कीमत भी चुकानी पड़ती है। जब घर से भागकर एक्टर बनने का सपना लेकर इस शहर में आया तो मेरे हाथ में कुछ नहीं था। जेब खाली थी, लेकिन दिल में उम्मीदों का सैलाब था। 6 महीने तक प्लेटफार्म पर सोया, दादर से अंधेरी तक पैदल चलकर जाता था। कई बार तो यह नौबत भी आई कि भीख मांगकर खाना पड़ा। दिनभर ग्लैमर की चकाचौंध में खुद के भविष्य को तलाशता था तो रात में खुद के हालातों रोना भी आता था। लेकिन, आज जब लीजेंड सुपरस्टार रजनीकांत सर के साथ स्क्रीन शेयर की तो लगा कि मेरी यह मेहनत सफल हो गई। यह कहना है शहर के कपिल लालवानी का। शुक्रवार को अपने जन्मदिन पर उन्होंने अपनी स्ट्रगल और रजनीकांत की अपकमिंग मूवी 'दरबार' में काम करने को लेकर 'नईदुनिया लाइव' के साथ एक्सपीरियंस शेयर किए।
कपिल बताते हैं कि मैंने ग्वालियर में बिजनेस शुरू कर दिया था लेकिन कुछ कारणों से बहुत घाटा हो गया। इसके बाद मैं घरवालों की इच्छा के खिलाफ अपने बचपन के सपने को पूरा करने के लिए मुंबई चला आया। शुरुआती संघर्ष के बाद टीवी सीरियल्स में काम करने का मौका मिला। इसके बाद फिल्म सबरजीत में ऐश्वर्या राय बच्चन के साथ स्क्रीन शेयर की। इसके साथ ही कृष्णा अभिनीत फिल्म तेरी भाभी है पगले में विलेन का किरदार निभाया। दरबार के अपने किरदार के बारे में कपिल ने कहा कि यह एक छोटी, लेकिन महत्वपूर्ण भूमिका है। इसमें रजनीकांत के साथ स्क्रीन शेयर करने का मौका मिला।
सुनील शेट्टी ने कहा था- हमेशा जमीन से जुड़े रहो
दरबार फिल्म में सुनील शेट्टी मुख्य विलेन के किरदार में हैं। कपिल ने कहा कि रजनीकांत और सुनील शेट्टी से जो सीखने को मिला वो है डाउन टू अर्थ रहना। दोनों में इतने बड़े स्टार होने के बाद लेश मात्र भी घमंड नहीं है। फिल्म जनवरी 2020 में कई भाषाओं में रिलीज होगी। कपिल ने बताया कि मुंबई में मेरी स्ट्रगल में विशाल सेरॉय ने बड़े भाई की तरह सपोर्ट किया और मेरे यहां तक पहुंचने में उनका बड़ा योगदान है।