
नईदुनिया प्रतिनिधि, हरदा। हरदा जिले के लोनी गांव में जमीनी विवाद ने खूनी रूप ले लिया, जहाँ तीन आरोपितों ने दस साल के बच्चे के सामने किसान की गर्दन काटकर हत्या कर दी और उसकी पत्नी को गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना के बाद स्वजनों ने जिला अस्पताल में जमकर हंगामा किया। पुलिस ने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
नवदुनिया प्रतिनिधि, हरदा। छीपाबड़ थाना क्षेत्र के लोनी गांव में जमीन के पुराने विवाद के चलते रविवार शाम किसान शिवनारायण चौहान (45) की कुल्हाड़ी और दराती से हत्या कर दी गई। हमला इतना भीषण था कि आरोपितों ने दस साल के बेटे के सामने ही शिवनारायण की गर्दन काट दी। हमले में पत्नी राधाबाई गंभीर रूप से घायल हो गईं, जबकि बचाने के दौरान बेटे की एक उंगली भी कट गई।
पुलिस के अनुसार घटना शाम करीब पांच बजे की है। शिवनारायण अपनी पत्नी के साथ खेत पर पूजा कर लौट रहे थे। रास्ते में पड़ोसी करण सिंह, उसका बेटा राहुल और बहू मनीषा घात लगाकर बैठे थे। तीनों ने धारदार हथियारों से दंपती पर हमला बोल दिया, जिससे शिवनारायण के सिर, हाथ और पैर पर घातक चोटें आईं। गंभीर हालत में स्वजन दोनों को जिला अस्पताल ले गए, जहाँ डॉक्टरों ने शिवनारायण को मृत घोषित कर दिया।
मौत की खबर सुनते ही परिजनों व ग्रामीणों ने अस्पताल परिसर में हंगामा किया। उनका कहना था कि 2020 से चला आ रहा जमीनी विवाद पुलिस की लापरवाही के कारण बढ़ता गया और आखिरकार हत्या तक पहुँच गया। परिजनों ने आरोपितों की तत्काल गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग की।
एसडीओपी शालिनी परस्ते और एसडीएम अशोक डेहरिया ने परिजनों को समझाइश देकर शांत कराया, जिसके बाद वे शव ले जाने को तैयार हुए।
एडिशनल एसपी अमित कुमार मिश्रा के मुताबिक लोनी गांव में दोनों पक्षों के बीच पुराना जमीनी विवाद चल रहा था। इसी तनाव के चलते रविवार को हमला हुआ, जिसमें एक व्यक्ति की मौत और दूसरे पक्ष के एक व्यक्ति के घायल होने की सूचना है। पुलिस ने करण सिंह, राहुल और मनीषा को गिरफ्तार कर लिया है।
मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि मुख्य आरोपित करण सिंह लंबे समय से गांजा बेचता है। इसकी शिकायत पुलिस को पहले भी दी गई थी, पर कार्रवाई नहीं हुई। परिजनों का कहना है कि पुलिस की यही लापरवाही विवाद को हिंसा में बदलने की बड़ी वजह बनी।