
CBSE Result: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने शुक्रवार दोपहर एक बजे दसवीं का रिजल्ट घोषित किया है। सबसे अधिक अंक पाने वालों में अवनी कौर भाटिया है। अवनी को 99 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए है। दूसरे स्थान पर भव्य संघवीं और तीसरे स्थान पर काव्या बरतरिया रही। अब सब लक्ष्य पाने के लिए अगली चुनौती साधने की तैयारी में जुटे हैं। अपने सपनों को पूरा करने के लिए 11वीं में उन विषय का चुनाव कर रहे है, जिसमें उन्हें अपना भविष्य बनना है।
दसवीं कक्षा में टापर करने वाले विद्यार्थियों की पहली पसंद गणित विषय है। जबकि लड़कियां कामर्स और आर्ट्स विषय चुन रही है। विशेषज्ञ का कहना है कि गणित विषय का पेपर कठिन आने से दसवीं का रिजल्ट पर असर पड़ा है। बावजूद इसके गणित विषय काफी विद्यार्थियों ने चुना है।
शहर के होनहार
करना है कानून की पढ़ाई
अवनी कौर चड्ढा, 10वीं में 99 प्रतिशत
दसवीं में सबसे अधिक अंक पाने वाली अवनी कौर चड्ढा के पिता प्रबजोत चड्ढा सिविल इंजीनियर है। जबकि मां रवनीत कौर वाणिज्य विषय की शिक्षिका है। अवनी कहती है कि मुझे कामर्स और गणित विषय में अधिक रूचि है। यही वजह है कि 11वीं में कामर्स व गणित से अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखूंगी। वैसे एलएलबी कर कानून की पढ़ाई करूंगी। मैंने सेल्फ स्टडी कर परीक्षा दी थी।
आइआइटी में लेना है प्रवेश
भव्य संघवी, 10 वीं में 98.8 प्रतिशत
गणित विषय में रूचि रखने वाल भव्य संघवी के पिता धवल संघवी का व्यवसाय है। मां जिनल संघवी गृहणी है। वे बताते है कि मुझे गणित विषय बहुत पसंद है। परिवार के अधिकांश सदस्य इंजीनियर है। यही वजह है कि 11वीं में पीसीएम चुना है। 10वीं की पढ़ाई मैंने शुरू से कर दी थी। तीन से चार महीने पहले 5 से 6 घंटे सेल्फ स्टडी की है। यहां तक कि परीक्षा से पहले अन्य लेखक की पाठ्य पुस्तक से कोर्स पूरा किया है। मेरे चाचा आइआइटी से पास आउट है। इसलिए मुझे भी आइआइटी में प्रवेश लेना है। उसकी 11वीं-12वीं से ही तैयारी करूंगा।
आइटी में बनना है भविष्य
काव्या बरतरिया 10 वी में 98.4 प्रतिशत
राऊ में रायल कृष्णा कालोनी में रहने वाली काव्या के पिता के सुनीत बरतरिया आइटी प्रोफेशन व मां निधि गृहिणी है। काव्या का सपना इंजीनियर बनना है, इस वजह से वो गणित को चुनेगी और आइआइटी की तैयारी करेगी। वे नियमित पांच घंटे पढ़ाई करती है। काव्या को पढ़ाई के साथ शास्त्रीय संगीत का प्रशिक्षण ले रही थी। वे कथक नृत्य करती है लेकिन समय मिलने पर वे कथक नृत्य का भी अभ्यास करती थी।