Chhath Puja 2023: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। सूर्य आराधना का चार दिनी छठ महापर्व 17 नवंबर से शुरू होगा। इंदौर में 90 स्थायी-अस्थायी घाटों पर हजारों व्रतधारी पानी में खड़े रहकर अस्त होते और उगते सूर्य को अर्घ्य देंगे। पहले दिन ‘नहाय-खाय’ पर घर की शुद्धि के साथ पर्व की शुरुआत होगी। दूसरे दिन ‘खरना’ के बाद 36 घंटे का निर्जला व्रत रखा जाएगा। तीसरे दिन अस्त होते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ व्रत का समापन होगा। छठ उत्सव समितियों द्वारा छठ घाटों की सफाई का सिलसिला भी बुधवार से शुरू हो गया है।
पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर जगदीश सिंह व महासचिव केके झा ने बताया कि छठ आयोजन समितियों द्वारा दीपावली के बाद से छठ घाटों की सफाई शुरू कर दी गई है। स्कीम 54, 78, बाणगंगा, सुखलिया, श्यामनगर, तुलसी नगर, समर पार्क, अमृत पैलेस, पीपल्याहाना तालाब, कैट रोड, कालानी नगर, एरोड्रम रोड, सिलिकान सिटी देवास नाका, निपानिया, राऊ, पीथमपुर सहित विभिन्न स्थानों पर छठ पूजा आयोजन होंगे। छठ पर्व के पहले दिन 17 नवंबर को नहाय-खाय होगा। इसमें व्रती सूर्योदय से पहले उठकर स्नान-पूजन कर सुख-समृद्धि और आरोग्यता की कामना करेगी। घर की शुद्धि के साथ ही भोजन में भात, चने की दाल, कद्दू की सब्जी बनाकर ग्रहण किया जाएगा।
चार दिनी पर्व के दूसरे दिन 18 नवंबर को खरना होगा। इसमें व्रतधारी आम की लकड़ी की आंच पर गुड़ की खीर मिट्टी के चूल्हे पर बनाएंगे। गुड़ की खीर और रोटी का भोग अर्पण कर ग्रहण किया जाएगा। इसके बाद 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू होगा।
चार दिनी पर्व का मुख्य दिन 19 नवंबर को होगा। इस दिन शहरभर में अस्त होते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इस दिन शुद्ध देशी घी में ठेकुआ, चावल और आटे से बने लड्डू के अलावा पांच प्रकार के फलों का भोग लगाकर पूजा का सूपड़ा सजाया जाएगा। इसके बाद व्रती घाटों पर अर्घ्य देंगे।
छठ पर्व के अंतिम दिन 20 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। व्रती महिलाएं पानी में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य देंगी। लोगों को ठेकुआ और फल प्रसाद के रूप में बांटे जाएंगे। इसी के साथ पर्व का समापन होगा।
भोजपुरिया वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष बटेश्वरनाथ सिंह और सचिव मंकेश सिंह ने बताया कि पश्चिम क्षेत्र में अर्घ्य देने के लिए एक नया कुंड व्यंकटेश नगर में भी बनाया गया है। व्रतधारी यहां भी छठ पूजन कर सकेंगे। यहां चार दिनी पर्व 17 नवंबर से शुरू होगा।