
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर: शहर के द्वारकापुरी के अहीरखेड़ी में सुनील सोलंकी ने आग लगाकर आत्महत्या कर ली। स्वजन का आरोप है कि सुनील ने एसआईआर के कारण आग लगाई है। बीएलओ बार-बार मृतक को कॉल कर रहा था। 2003 और दादा-दादी की जानकारी मांग रहा था। घटना के वक्त सुनील शराब के नशे में था। पुलिस जांच कर रही है। शव का पोस्ट मार्टम करवाया गया है।
जानकारी के अनुसार, 35 वर्षीय सुनील पुत्र मांगीलाल सोलंकी मिस्त्री का काम करता था। वह अहीरखेड़ी स्थित दिग्विजय मल्टी में रहता था। रविवार रात उसको गंभीर अवस्था में भाई दीपक, अरुण और जीजा ने अस्पताल में भर्ती करवाया था। सोमवार शाम उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
दीपक के अनुसार मृतक की पत्नी मधु ने उसे कॉल कर घटना की जानकारी दी। मृतक के जीजा सबसे पहले मौके पर पहुंचे और तुरंत उसे अस्पताल ले गए। मृतक ने रास्ते में कहा, मेरा दिमाग खराब हो गया था, वोटर आईडी बनाने वाले सर बार बार कॉल कर 2003 का रिकार्ड मांग रहे थे। उसने दादा दादी का नाम भी पूछा था। लगातार कॉल आने के कारण दबाव में आ गया था।
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दीपक के अनुसार भाई सुनील ने उसे भी कॉल किया था। उसने पूछा था कि अपने दादा और दादी का नाम क्या है। दीपक ने मां चंपा बाई से नाम पूछा और सुनील को बताया। सुनील जल्दी में था। उसने दीपक से कहा मेरे पास सर का कॉल आ रहा है। कुछ देर बाद तो उसने आग लगा ली।
एसआई रामसिंह बघेल के मुताबिक सुनील ने खुद से आग लगाई है। स्वजन ने अभी आगे की जानकारी नहीं दी है। सुनील शराब पीता था।