नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। रिटायर जिला आबकारी अधिकारी धर्मेंद्र सिंह भदौरिया पर लोकायुक्त ने शिकंजा कस दिया है। लोकायुक्त ने तीसरे दिन भी कार्रवाई करते हुए बैंक लाकर से 886 ग्राम सोना बरामद कर लिया। जिसकी 79 लाख 23 हजार से ज्यादा कीमत आंकी जा रही है। लोकायुक्त अभी तक की कार्रवाई में 25 करोड़ की चल-अचल संपत्ति की जानकारी जुटा चुकी है।
एसपी (लोकायुक्त) डॉ. राजेश सहाय के अनुसार एजेंसी ने बैंक आफ बड़ौदा (पलासिया) स्थित लॉकर खोला है। इसमें 886 ग्राम वजनी सोने के आभूषण मिले हैं। लाकर धर्मेंद्र सिंह की पत्नी सीमा भदौरिया और बेटे सूर्यांश के नाम का है। बरामद सोना की कीमत 79 लाख 23 हजार रुपये कीमत बताई गई है। पुलिस ने सूर्यांश और उसकी पत्नी मिनी शुक्ला भदौरिया का एचडीएफसी बैंक और बेटी धर्मेंद्र की बेटी अपूर्वा का कैनरा बैंक (देवासनाका) का खाता फ्रीज करवा रखा है।
शुक्रवार को कार्रवाई के दौरान सूर्यांश की तबियत खराब हो गई और उसने बैंक जाने से इनकार कर दिया। इस कारण लोकायुक्त को कार्रवाई शनिवार तक टालना पड़ी। डीएसपी सुनील तालान के अनुसार सूर्यांश के इस खाते में करीब ढाई लाख रुपये कैश भी जमा है। उधर जांच में पता चला कि प्रिंसेस स्काई पार्क स्थित सातवीं मंजिल पर सूर्यांश की फर्म जेसी वेंचर में भी 27 लाख 50 हजार रुपये निवेश किए गए है। इस फर्म के माध्यम से पौने तीन लाख से ज्यादा जितेंद्र चौधरी को उधार भी दिए थे।
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तीन दिन चली छानबीन में लोकायुक्त ने 25 करोड़ के करीब की चल अचल संपत्ति की जानकारी जुटा ली मगर लोकायुक्त की नजर प्रोपर्टी में निवेश और शराब माफिया से कनेक्शन पर है। गुजरात सीमा पर पदस्थ रहे भदौरिया ने माफिया से सांठगांठ कर सीधे डिसलरी से शराब के ट्रक निकाले है। प्रोपर्टी में निवेश करने की सूचना भी लोकायुक्त को मिली है।