नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। इंदौर शहर में यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए लगातार कई बदलाव किए जा रहे हैं। अब शहरवासियों को जाम से राहत दिलाने के लिए एमआर-10 रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) को चौड़ा किया जाएगा। करीब 48 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह ब्रिज वर्तमान में चार लेन का है, जिसे बढ़ाकर आठ लेन किया जाएगा।
चार लेन कुमेड़ी की तरफ बनेगी। इस आरओबी के पूरा होते ही उज्जैन जाने वालों के अलावा सुपर कॉरिडोर, रिंग रोड, विजय नगर और मेट्रो रूट से होकर गुजरने वाले हजारों वाहन चालकों की राह सुगम होगी।
इंदौर विकास प्राधिकरण (आईडीए) ने एमआर-10 आरओबी की चार लेन बनाने के लिए निविदाएं आमंत्रित की थीं। आठ एजेंसियों ने निर्माण कार्य में रुचि दिखाई है और इनके टेंडर का मूल्यांकन किया जा रहा है। एक सप्ताह में एजेंसी तय कर निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। यह आरओबी इंदौर के तेजी से विकसित हो रहे सुपर कॉरिडोर और उज्जैन रोड जैसे क्षेत्रों को जोड़ता है तथा मेट्रो लाइन के साथ-साथ यातायात को निर्बाध बनाता है।
इस आरओबी के चौड़ा होने से जाम की समस्या से राहत मिलेगी। इसका निर्माण 18 माह में आधुनिक तकनीक से किया जाएगा। आईडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आरपी अहिरवार का कहना है कि आरओबी के निर्माण के लिए निविदाएं आई हैं। निर्माण में किसी तरह की बाधा न आए, इसके लिए रेलवे और अन्य विभागों से जरूरी एनओसी पहले ही ली जा चुकी है।
इस आरओबी की लंबाई 713.5 मीटर होगी और इसे 45 मीटर चौड़ा बनाया जाएगा। इसके साथ ही विजय नगर की तरफ की पुलिया को भी चौड़ा किया जाएगा। वर्तमान आरओबी से प्रतिदिन 15 हजार से अधिक वाहन गुजरते हैं। अभी चार लेन होने से कई बार वाहनों की कतारें लग जाती हैं। इससे राहत के लिए चार लेन का एक और आरओबी बनाया जा रहा है।
एमआर-10 आरओबी का निर्माण करीब दो दशक (करीब 20 साल) पहले किया गया था। लेकिन समय के साथ सुपर कॉरिडोर और उज्जैन रोड पर कई कॉलोनियां विकसित हो गई और महाकाल लोक के बाद उज्जैन जाने वाले वाहनों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई। अब यह चार लेन का आरओबी वाहनों का दबाव नहीं उठा पा रहा है और छोटा पड़ने लगा है। इसकी वजह से इसका विस्तार किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें : मध्य प्रदेश के 43 जिलों में आज भारी बारिश के आसार, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
2028 में उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ के दौरान करोड़ों लोगों के उज्जैन पहुंचने का अनुमान है। ऐसे में लाखों वाहन एमआर-10 होकर ही उज्जैन आना-जाना करेंगे। इन वाहनों के सुगम आवागमन के लिए आरओबी को आठ लेन का बनाया जा रहा है। चौड़ीकरण के बाद वाहनों का आवागमन आसान होगा और इससे ईंधन की बचत भी होगी। लवकुश चौराहा पर पहले ही फ्लाईओवर बनाए जा चुके हैं।