Indore News: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। रेडीमेड गारमेंट का कारोबार करने वाले कारोबारियों पर सेंट्रल जीएसटी की कार्रवाई में सवा करोड़ की टैक्स चोरी सामने आ चुकी है। विभाग की टीमों ने बोरी भरकर डायरियां जब्त की है। गारमेंट कारोबारी का बड़ा मैरिज गार्डन (रिसार्ट) का भी पता चला है। आगे उसे भी जांच में लिया जाएगा। पता चला है कि कारोबारी शून्य अंकों के कोड के जरिए पूरा हिसाब डायरियों में लिख रहे थे। टैक्स चोरी का आंकड़ा जांच के बाद और बढ़ने की उम्मीद है।
सीजीएसटी ने गुरुवार को इंदौर के रेडीमेड गारमेंट कारोबारी आशोक गारमेंट, चीकू होजरी, वीनस गारमेंट, हीरा, पूजा जींस, कल्चर जींस, आरआर, आरकेडी इंटरप्राइजेस समेत इनके सहयोगियों के कुल 18 ठिकानों पर कार्रवाई की। कार्रवाई का केंद्र रिवर साइड, खातीपुरा, एमजी रोड और राजवाड़ा था। जांच के दौरान कैट रोड, पोलोग्राउंड व अन्य क्षेत्रों में पांच से ज्यादा गोदामों का भी पता चला।
जांच के लिए कुल 24 टीमों में 60 से ज्यादा अधिकारियों को लगाया गया था। विभागीय सूत्रों के अनुसार इस दौरान एक टीम खंडवा रोड स्थित अशोक राज गार्डन में भी पहुंची। सूत्रों के अनुसार जांच टीम को यह भी पता चला कि विभाग के एक अधिकारी का पारिवारिक समारोह भी कुछ ही दिनों में यहां होने जा रहा है। हालांकि विभाग ने गार्डन से कुछ खास दस्तावेज जब्त नहीं किए।
गोदामों और दुकानों से जब्त दस्तावेजों से पता चला कि लगभग 90 प्रतिशत कारोबार बिना बिल के हो रहा था। गारमेंट में बड़े पैमाने पर रियल एस्टेट में पैसा लगाने और जमीनों से जुड़ी डायरियां भी मिलने की खबर है। इस बीच एक जींस कारखाने से बड़े पैमाने पर नकदी भी बरामद की है। हालांकि विभागीय अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की है। विभाग का कहना है कि फिलहाल अशोक गारमेंट और चीकू होजरी से सवा करोड़ टैक्स की मांग निकाली गई है। जब्त दस्तावेजों की जांच के बाद टैक्स चोरी का असली आंकड़ा सामने आ सकेगा।
छापे के दौरान मिली डायरियों में कोलकाता, उल्हास नगर, लुधियाना और इंदौर के कारखानों से किए गए करार का हिसाब भी विभाग ने पकड़ा है। इंदौर के कारोबारी सीधे जाब वर्क पर इन कारखानों से वस्त्र निर्माण करवा रहे थे। डायरियों में शून्य लिखा जाता। एक शून्य का मतलब दस हजार रुपये होता था। शून्य के साथ आड़ी लाइन का अर्थ पांच अंक से होता था। विभाग अब कोड को डीकोड करने में जुटा है। देर रात छापे खत्म होने के बाद अब दस्तावेजों की स्क्रूटनी का दौर शुरू हुआ है।