Indore News: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। कामेडियन मुनव्वर फारुकी रविवार को बिग बास विजेता बने। उनके खिलाफ इंदौर के तुकोगंज थाने में वर्ष 2021 में एफआइआर दर्ज हुई थी। इसके लिए उन्हें जेल की हवा भी खानी पड़ी थी। उन्हें हाई कोर्ट से जमानत नहीं मिली थी तो वे सुप्रीम कोर्ट गए थे। वहां से जमानत मिली थी।
मुनव्वर ने सुप्रीम कोर्ट में बताया था कि पुलिस के पास अभद्र टिप्पणी करने का कोई सबूत नहीं है। कोई फुटेज नहीं है, जिसमें वे टिप्पणी करते हुए दिखाई दे रहे हों। दो वर्ष पूरे होने के बाद भी पुलिस अभी तक कोर्ट में चार्जशीट प्रस्तुत नहीं कर सकी है।
दरअसल, नववर्ष के उपलक्ष्य में 56 दुकान क्षेत्र स्थित मुनरो कैफे में बिना अनुमति के आयोजित कामेडी शो में मुनव्वर पर देवी-देवताओं और गृहमंत्री अमित शाह को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां करने का आरोप है। पुलिस ने शो के आयोजक और मुनव्वर सहित अन्य पर केस दर्ज किया था।
पुलिस के मुताबिक, अभी केस विवेचना में है, इसलिए चार्जशीट प्रस्तुत नहीं की जा सकी है। इस तरह के केस में चार्जशीट प्रस्तुत करने के लिए शासन की अनुमति चाहिए होती है, जो अभी तक मिली नहीं है।
कामेडियन मुनव्वर इंदौर शो करने के लिए आए थे, तब सामाजिक संगठन हिंद रक्षक के एकलव्य गौड़ ने शो का टिकट खरीदा था। वे शो देख रहे थे। आरोप है कि इसी दौरान उन्होंने आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं। इसके बाद स्टेज पर जाकर विरोध किया था। केस दर्ज होने के काफी दिनों बाद तक मुनव्वर ने अपने शो भी नहीं किए थे।