नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। शहर के लंदन विलाज में गुरुवार रात बड़ी डकैती को अंजाम देने वाले बदमाशों की धरपकड़ के लिए इंदौर पुलिस पूरी कोशिश से जुटी हुई है। हालांकि शनिवार तक पुलिस एक भी बदमाश को गिरफ्तार नहीं कर सकी लेकिन उसने झाबुआ जिले से उस कार को बरामद कर लिया, जिसे आइओसी के मैनेजर पुष्पेंद्र सिंह के घर डकैती डालने के बाद लेकर भागे थे। पुलिस को यह कार झाबुआ के कालीदेवी थाना क्षेत्र में लावारिस हालत में मिली। समझा जा रहा है कि पुलिस की चेकिंग से बचने के लिए बदमाश कार को यहां छोड़ गए। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि जल्द ही ये बदमाश पकड़ लिए जाएंगे।
शहर के बाणगंगा थाना क्षेत्र स्थित पाश टाउनशिप लंदन विलाज में गुरुवार रात बदमाशों ने डाका डाला था। यहां इंडियन आयल कार्पोरेशन (आइओसी) के मैनेजर पुष्पेंद्र सिंह और उनकी पत्नी आकांक्षा को बंधक बनाकर सोने की चेन, अंगूठियां, भारतीय और विदेशी मुद्राएं ले गए। पुष्पेंद्र की होंडा सिटी कार एमपी 09सीटी 7446 भी बदमाश ले गए थे। कार पर लगे फास्टैग से पता चला कि बदमाश सरदारपुर (धार) के गांव चोकला टोलनाका से गुजरे। पुलिस आयुक्त राकेश गुप्ता ने धार एसपी से नाकाबंदी करवाई, लेकिन आरोपित नहीं मिले।
पुलिस बदमाशों की तलाश कर ही रही थी कि अलसुबह पुष्पेंद्र सिंह की कार कालीदेवी थाना से पांच किलीमीटर दूर स्थित सुनसान जगह पर मिल गई। पुलिस ने कार छोड़ने का समय जांचा तो शुक्रवार शाम करीब 7.30 बजे का निकला। कार में उस समय एक ही बदमाश मौजूद था। वह भी साथी (बाइक सवार) के साथ वापस कालीदेवी की तरफ लौट गया। इससे शक की सूई झाबुआ जिले के बदमाशों पर आकर ठहर गई।
झाबुआ के एसपी पद्मविलोचन शुक्ला ने अपने जिले की पुलिस को भी संदेहियों से पूछताछ में लगाया है। धार-झाबुआ और इंदौर की पुलिस अब तक करीब डेढ़ सौ संदेहियों से पूछताछ कर चुकी है।
पुलिस ने कार की तलाशी ली, लेकिन उसमें कुछ नहीं मिला। बदमाशों ने कार की नंबर प्लेट जरूर हटा दी है। आरोपित बगैर नंबर की कार से ढाई सौ किमी तक चले गए। गौरतलब है कि कार पर फास्टैग लगा हुआ था। पुष्पेंद्र को शुक्रवार सुबह 6.35 बजे चोकला टोलनाका से गुजरने का मैसेज आया था। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मनोज श्रीवास्तव के मुताबिक, पुलिस सही दिशा में जा रही है। आरोपितों को जल्द पकड़ लिया जाएगा।