
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर: जिले के मांगलिया में इंसानियत को झकझोर देने वाली एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई । एक निजी अस्पताल ने महज पैसे की कमी के कारण 80 वर्षीय बुजुर्ग का शव परिजनों को देने से इंकार कर दिया।
परिजन अस्पताल के दरवाज़े पर बैठे रोते रहे, हाथ-जोड़कर विनती करते रहे, लेकिन अस्पताल प्रबंधन का दिल नहीं पसीजा। बजरंग नगर निवासी 80 वर्षीय कडवाराम यादव को 3 दिसंबर को मांगलिया टोल नाके स्थित इंदौर सिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तीन दिनों तक इलाज चला, लेकिन शुक्रवार को उनकी मौत हो गई।
परिवार ने अस्पताल द्वारा पहले बताई गई राशि जमा कर दी थी, लेकिन इसके बाद अस्पताल ने अतिरिक्त 25,000 रुपये की और मांग कर दी। स्वजन महेश यादव ने बताया कि हम रिश्तेदारों के घर-घर फोन कर रहे थे, कोई पैसे का इंतजाम नहीं हो पा रहा था। अस्पताल वाले बार-बार यही कह रहे थे कि पहले पैसे दो, तभी शव मिलेगा।
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इस घटना की जानकारी मिलने पर समाज के लोग पहुंचे और अस्पताल के बाहर हंगामा किया। इसके बाद अस्पताल ने देर रात शव स्वजनों को सौंपा।
इस मामले में अस्पताल संचालक जावेद खान का कहना मरीज को बहुत ही गंभीर स्थिति में लाया गया था। तीन दिनों तक आईसीयू में बेहतर इलाज किया गया। शव को पैसों के लिए नहीं रोका गया था।