नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। ट्रांसपोर्टर राजा रघुवंशी हत्याकांड में ईस्ट खासी हिल्स (शिलांग) पुलिस बड़े खुलासे किए है। मास्टरमाइंड सोनम 14 मार्च से ही राजा का मारने की तैयारी कर रही थी। सोनम की मां संगीता इसी दिन होली का उपहार लेकर राजा के घर पहुंची थी। वह चाहती थी कि राजा की कामाख्या (गुवाहाटी) में ही गोली मारकर हत्या कर दी जाए। उसके प्रमी राज ने पिस्टल की व्यवस्था भी कर ली थी। मगर हमलावर विशाल उर्फ विक्की ने भीड़ देखकर गोली मारने से इनकार कर दिया।
सोहरा सब डिविजन कोर्ट में पेश 790 पन्नों के चालान में एसआइटी ने सोनम को मास्टर माइंड बताया है। पुलिस का दावा है कि सोनम रघुवंशी (गोविंदनगर) का जैसे ही राजा रघुवंशी (सहकारनगर) से रिश्ता तय हुआ उसने हत्या की ठान ली। राज कुशवाह (गोविंदनगर) से कहा कि वह राजा को किसी नदी में डुबोकर या पहाड़ी से फैंक कर मार देगी। साजिश में दिन गुजर गए और शादी की तारिख भी नजदीक आ गई। सोनम ने राजा को करीब आने से रोका और कहा कि मैंने मां कामाख्या की मन्नत मांगी है। राजा गुवाहाटी जाने को तैयार हो गया और सोनम हत्या की तैयारी में लग गई।
राज ने सतना से पिस्टल की व्यवस्था की और खास दोस्त विशाल उर्फ विक्की को इसका जिम्मा सौंपा। विक्की ने आनंद व आकाश को भी तैयार कर लिया। तीनों पिस्टल लेकर गुवाहाटी तो पहुंच गए पर भीड़ देख कर डर गए। प्लान बी के तहत सोनम राजा को शिलांग (मेघालय) लेकर आ गई। सोनम और विशाल फर्जी सिमकार्ड का उपयोग कर रहे थे और एक दूसरे के संपर्क में थे। 23 मई को सोनम राजा को उम्बलाई के समीप वीसावडोंग रियात अरलियांग तक ले गई और आरोपितों ने धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी।
एसआइटी का दावा है कि सोनम यह मौका गंवाने नहीं देना चाहती थी। वह फोटोग्राफी के बहाने राजा को व्यस्त कर विशाल को हमला करने का इशारा करती थी। कई बार मौका चुकने पर सोनम झल्ला देती थी। विशाल के द्वारा पहला वार करते ही सोनम चिल्लाई और कहा इसको मार डालो। उसने शव से गहने निकाले और शव फेंकने में भी सहयोग किया।
राजा की हत्या कर सोनम सीधे इंदौर आई। आरोपित भी ट्रेन से इंदौर पहुंच गए। विपिन रघुवंशी (राजा का भाई) और गोविंद रघुवंशी (सोनम का भाई) दोनों को अपहर्त समझकर सोहरा क्षेत्र में तलाशते रहे। 2 जून को राजा का शव मिलने पर परिवार ने दावा किया कि सोनम का अपहरण हुआ है। दूसरे दिन शव से 50 मीटर दूरी पर काले रंग का रेनकोट, मोबाइल और दाव (खासी हथियार) मिल गया। रेनकोट पर लगे खून धब्बों से शिलांग पुलिस समझ कि राजा की हत्या में सोनम का ही हाथ है। मेघालय डीजीपी इदाशिशा नोरगरांग ने हर्बर्ट खारकोंगोर (एसपी), विपुल दास (एएसपी), सिमसेंग ए सांगमा (एएसपी) की एसआइटी गठित कर दी।
साइबर एक्सपर्ट ने सोहरा क्षेत्र में पीएसटीएन डेटा एकत्र किए और सोहरा क्षेत्र में सक्रिय फोन की जानकारी निकाली। 23 मई के आसपास कुछ संदेही नंबर मिलें जो घटना के बाद बंद हो गए थे। बाद में एक बार बिहार में चालू हुआ और तत्काल बंद भी हो गया। इससे पुलिस की जांच इंदौर में आकर ठहर गई। करीब 2 लाख डेटा की छानबीन के बाद राज, विशाल, आकाश और आनंद को चिह्नित कर एसआइटी फ्लाइट से इंदौर आ गई।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून) अमित सिंह और उपायुक्त (अपराध) राजेश कुमार त्रिपाठी से बल लेकर रातोंरात तीन को गिरफ्तार कर लिया। सोनम के फरार होने के कारण पुलिस ने राज से डीसीपी के बंगले पर ही पूछताछ की। उधर सोनम कार लेकर हीराबाग कालोनी से गाजीपुर रवाना हो चुकी थी। वह बदहवास अवस्था में एक ढाबे पर पहुंची और कहा उसका अपहरण हुआ है। स्थानीय पुलिस द्वारा कब्जे में लेने पर शिलांग एसआइटी और क्राइम ब्रांच ने वीडियो कॉल कर सोनम से राज का सामना करवाया और वह टूट गई।
11 मई को राजा और सोनम की शादी हुई।
20 मई को हनीमून मनाने मेघालय रवाना हुए।
23 मई को सोनम ने सास उमा रघुवंशी से बात की और राजा की हत्या करवा दी।
2 जून को राजा रघुवंशी का शव गहरी खाई से बरामद हुआ।
3 जून को शव का पोस्टमॉर्टम करवाया तो धारदार हथियार से हत्या की पुष्टि हो गई।
8 जून को शिलांग एसआइटी ने सोनम के प्रेमी राज कुशवाह और उसके दोस्त आनंद, विशाल और आकाश को गिरफ्तार कर लिया।
9 जून को सोनम रघुवंशी गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) में एक ढाबे से गिरफ्तारी हुई।
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