
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। आइसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप में हिस्सा लेने इंदौर पहुंचीं दो ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों से शहर में खजराना रोड पर सरेराह छेड़छाड़ की गई। दोनों खिलाड़ी अंतराष्ट्रीय स्तर पर महिला क्रिकेट में प्रख्यात हैं। बाइक सवार एक युवक ने गुरुवार को सुबह करीब 11 बजे उस समय इस दुस्साहसिक घटना को अंजाम दिया, जब वे दोनों होटल रेडिसन ब्लू से निकलकर पैदल एक कैफे की तरफ जा रही थीं। आरोपित ने उनको गलत इरादे से छुआ भी। शिकायत पर एफआईआर दर्ज करके पुलिस ने आरोपित युवक अकील उर्फ नाइट्रा को गिरफ्तार कर लिया।
इस घटना को लेकर देश और ऑस्ट्रेलिया तक खलबली है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने संज्ञान लेते हुए दोषियों पर कार्रवाई के संकेत दिए हैं। पुलिस मुख्यालय ने भी घटना की रिपोर्ट मांगी है। वहीं, प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि आरोपित के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह देश के सम्मान का मुद्दा है।
बताया गया कि सफेद शर्ट और काली कैप पहने बाइक सवार युवक ने दोनों महिला क्रिकेटरों का पीछा किया। इसके बाद उसने तेजी से पास आकर एक महिला क्रिकेटर को गलत तरीके से छू लिया। इस घटना से दोनों खिलाड़ी सहम गईं और उन्होंने तुरंत आस्ट्रेलिया टीम के सुरक्षा अधिकारी डैनी सिमंस से संपर्क करने का प्रयास किया। इस बीच खिलाड़ियों को असहज देखकर एक कार सवार व्यक्ति आगे आए और उनकी मदद की। उन्होंने दोनों खिलाड़ियों से हाल पूछा और पुलिस अफसरों को फोन कर पूरी घटना भी बताई।
विदेशी खिलाड़ियों के साथ हुई इस घटना से पुलिस अफसरों में हड़कंप मच गया। सुरक्षा व प्रोटोकॉल अधिकारी डैनी सिमंस की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। इंदौर के एडीसीपी (क्राइम) राजेश दंडोतिया के अनुसार, आरोपित अकील को छह घंटे चले इंटेंसिव स्ट्रैटेजिक ऑपरेशन के तहत गिरफ्तार कर लिया गया। वह कुख्यात बदमाश है। उसके विरुद्ध पांच आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं और वह नशा करता है। वह आजाद नगर में छुपा हुआ था। गिरफ्तारी के दौरान उसका एक हाथ और एक पैर टूट गया है।
भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 74 के तहत महिला की लज्जा भंग करने के इरादे से हमला या आपराधिक बल का प्रयोग करने पर एक से पांच वर्ष तक की कैद और जुर्माने का प्रावधान है। वहीं धारा 78 में किसी महिला का लगातार पीछा करने या स्टॉकिंग को अपराध माना गया है। पहली बार दोषी पाए जाने पर तीन वर्ष तक, जबकि दोबारा ऐसा करने पर पांच वर्ष तक की कैद और जुर्माना हो सकता है।
घटना ने इंदौर में पुलिस और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना अधिकारियों की लापरवाही, प्रोटोकॉल और सुरक्षा में हुई चूक के कारण घटित हुई है। दरअसल, खिलाड़ियों की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी इंटेलिजेंस और विजय नगर पुलिस की थी। अधिकारियों ने खानापूर्ति के लिए थाना का बल लगाया और आपस में समन्वय भी नहीं रखा। खिलाड़ियों के आने-जाने वाले रास्ते पर न पेट्रोलिंग बढ़ाई गई और न थानों से अतिरिक्त बल तैनात किया गया। इंदौर के एडीसीपी (क्राइम) राजेश दंडोतिया के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा प्रोटोकॉल होते हैं। हमने लगातार बैठक कर सुरक्षा प्रोटोकॉल तय किए थे। चूक की समीक्षा की जा रही है और दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
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घटना पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी। बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण और देश की छवि धूमिल करने वाली घटना बताया। इसके साथ ही तत्परता दिखाते हुए आरोपित को गिरफ्तार करने के लिए इंदौर पुलिस की सराहना भी की है। सैकिया ने कहा है कि कानून अपना काम करेगा और दोषी को दंड मिलेगा। वहीं, शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा कि हम आर्थिक विकास की बात करते हैं, लेकिन महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल देने में नाकाम हैं।