
नईदुनिया प्रतिनिधि, मंडलेश्वर। ग्राम लाडवी के संतोष पटेल, जगदीश पटेल और अरविंद पटेल के माता-पिता ने एक साथ इस दुनिया को अलविदा कहा। गांव लाडवी में शनिवार रात पूरे गांव में चूल्हा नहीं जला और न किसी के घर का दरवाजा बंद हुआ। जब गांव के पटेल परिवार के वरिष्ठ नवल पटेल का शव घर पहुंचा तो उनकी पत्नी सलिता बाई यह गम बर्दाश्त नहीं कर सकी। पति का शव देखते ही गश खाकर जो गिरीं तो फिर उठी नहीं।
नवल पटेल अपने बेटे के ससुराल मोरगढ़ी धामनोद में एक शादी समारोह में शामिल हो गए थे, जहां अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी तो उन्हें धामनोद हॉस्पिटल लाया गया, जहां उनका निधन हो गया। ग्रामीण दशरथ यादव ने बताया कि पटेल परिवार में हुई इस घटना से पूरा गांव शोक में डूब गया सारी रात लोग पटेल परिवार के घर पर ही रहे। स्वर्गीय पटेल का वैवाहिक जीवन बड़ा सुखमय था। पति-पत्नी के 50 साल के वैवाहिक जीवन में दोनों में कभी विवाद नहीं हुआ, दोनों में बहुत प्यार था, इसलिए उन्हें एक ही चिता पर लेटाकर अंतिम संस्कार किया गया।
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अंतिम संस्कार गांव के पुराने घाट पर किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में आसपास के गांव के लोग भी शामिल हुए। गांव के भारत पटेल, संजय यादव, अनिल यादव, बिरजू यादव, दशरथ यादव, संजय पवार, गबरू यादव, गजानन यादव सहित ग्रामीणों ने श्रद्धांजलि दी।