
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। एमवाय अस्पताल के मेडिसिन विभाग में कबड्डी की राष्ट्रीय महिला खिलाड़ी को एक्सपायर्ड एंटीबायोटिक लगाने की घटना के बाद प्रबंधन ने त्वरित कार्रवाई की है। जांच में प्राथमिक लापरवाही सामने आने के बाद तीन नर्सों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
जांच में पाया गया कि नर्सिंग ऑफिसर आसमा अंजुम ने महिला को एंटीबायोटिक चढ़ाने में लापरवाही बरती, जिसके चलते उन्हें निलंबित किया गया है। इसी प्रकार, इंचार्ज नर्सिंग आफिसर नैना गौतम ने दवाइयों की सही तरीके से मॉनिटरिंग नहीं की। इस कारण उनकी वेतन वृद्धि एक वर्ष के लिए रोकी जाने का प्रस्ताव है। सीनियर नर्सिंग ऑफिसर एंजलिना विल्फ्रेड ने स्टोर एवं स्टॉक रजिस्टर का सही तरीके से रखरखाव नहीं किया, जिसके खिलाफ निंदा प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया है।
मामले में विभाग के एचओडी डॉ. धमेंद्र झंवर सहित अन्य स्टाफ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। गुरुवार को जांच कमेटी का अध्यक्ष डॉ. झंवर को बनाया गया था, जिसे बाद में बदलकर सर्जरी विभाग के सह प्राध्यापक डॉ. अभय ब्राह्मणे की अध्यक्षता में नई जांच कमेटी गठित की गई। इस समिति में डॉ. रामु ठाकुर, डॉ. जितेंद्र वर्मा, डॉ. अंकित थोरा और नर्सिंग अधीक्षक दयावंती दलाल शामिल हैं। समिति ने सभी के बयान लिए, जिसमें सभी ने कहा कि एंटीबायोटिक की बोतल का उपयोग नहीं किया गया था।
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27 वर्षीय राष्ट्रीय खिलाड़ी रोशनी सिंह को 12 नवंबर को पेट में एसिटिक फ्लूइड की समस्या के चलते मेडिसिन विभाग के वार्ड नंबर 21 में भर्ती किया गया था। उनके पति सागर सिंह ने आरोप लगाया कि ड्रिप लाइन पर लगी सिप्रो (एंटीबायोटिक) की वायल की एक्सपायरी डेट समाप्त हो चुकी थी। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। शुक्रवार को एक और वीडियो सामने आया, जिसमें सागर सिंह ने कहा कि स्टॉक का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने बताया कि उनके बताने के बाद बोतल निकाली गई और अंदर रखी हुई एक्सपायर्ड एंटीबायोटिक की बोतल भी हटा ली गई।