
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। खंडवा रोड क्षेत्र में शुक्रवार को परिवहन विभाग ने स्कूल बसों पर विशेष जांच अभियान चलाया। अभियान का उद्देश्य बच्चों की सुरक्षा से जुड़े मानकों का पालन सुनिश्चित करना था। जांच के दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए, जिनमें बिना परमिट और बिना फिटनेस के स्कूल वाहन चलते पाए गए। विभाग ने इस पर सख्त कार्रवाई की।
जांच टीम ने खंडवा रोड स्थित विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों की बसों को रोककर उनकी फिटनेस, परमिट, कागजात और सुरक्षा मानकों की गहन जांच की। अधिकारियों के अनुसार, इस दौरान चार शैक्षणिक संस्थानों की बसें संदिग्ध पाई गईं। इनमें एक बस तो बिना परमिट और बिना फिटनेस के संचालित हो रही थी। विभाग ने तुरंत प्रभाव से उसे जब्त कर लिया।
इसके अलावा पांच स्कूली बसें ऐसी थीं, जिनकी फिटनेस अवधि समाप्त हो चुकी थी। इन वाहनों को सड़क पर चलते पाया गया। परिवहन विभाग की टीम ने मौके पर ही इन बसों के संचालकों से जुर्माना वसूला और चेतावनी देते हुए कहा कि बच्चों की सुरक्षा से कोई समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अभियान के दौरान कुल 15 से अधिक वाहनों में विभिन्न प्रकार की खामियां मिलीं कुछ में फायर एक्सटिंग्विशर नहीं थे, कुछ में स्पीड गवर्नर खराब था, तो कुछ में कंडीशन रिपोर्ट अधूरी थी। विभाग ने नियमों का उल्लंघन करने वाले संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए कुल एक लाख तीन हजार रुपये का टैक्स और जुर्माना वसूला।
परिवहन विभाग के अधिकारियों ने साफ कहा कि आने वाले दिनों में ऐसे निरीक्षण और अधिक सख्ती के साथ किए जाएंगे। उनका कहना है कि बच्चों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी भी संस्था को नियमों के विरुद्ध बसें चलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।