
नवदुनिया प्रतिनिधि, इटारसी: जिले में रेलवे के अधिकारियों के भ्रष्टाचार के मामने का खुलासा हुआ है। अधिकारियों ने जनप्रतिनिधियों को भी झांसा दे दिया। राष्ट्रीय राजमार्ग 46 पर द पार्क रिसोर्ट के सामने रेलवे के भ्रष्ट अफसरों के संरक्षण में ठेकेदार ने जो घटिया ब्रिज बनाया है, उसे लेकर जनप्रतिनिधियों तक को आला अफसर धोखे में रखकर गलत जानकारी देते रहे। जिले के दो सांसदों को बैठकों में गलत जानकारी दी गई।
बता दें कि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा के दो पत्रों का भी गोलमोल जवाब देकर जिम्मेदार अधिकारियों ने जांच और एक्शन की जगह अपने चहेते अधिकारियों का बचाव किया। आज हालत यह हो गई है कि दो साल में यह ब्रिज घटिया निर्माण की भेंट चढ़ गया है।
जानकारी के अनुसार ब्रिज के घटिया निर्माण को लेकर विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा ने 14 दिसंबर 2023 को पश्चिम मध्य रेलवे से पत्राचार किया था। इसके जवाब में 11 जनवरी 2024 को जबलपुर जोन के अपर महाप्रबंधक आरएस सक्सेना ने जवाब में कहा कि आपके पत्र के बाद 21 दिसंबर 2023 को ठेकदार ने आरओबी के जर्जर सड़क के हिस्से को ठीक कर दिया है, जबकि पेंचवर्क मामूली किया गया था। जो महज लीपापोती के अलावा कुछ भी नहीं था।
14 दिसंबर 2023 को विधायक ने रेलवे से घटिया ब्रिज निर्माण करने वाले ठेकेदार का भुगतान रोकने के बारे में अलग से पत्र देकर कार्रवाई की मांग की थी। लेकिन इस पत्र पर भी अफसरों ने लिखकर दे दिया कि हम नीति संगत कार्रवाई कर रहे हैं।
डॉ. शर्मा का कहना है कि अफसरों के इस रवैए से पता चलता है कि उन्हें खुद गुणवत्ता पूर्ण निर्माण की चिंता नहीं थी। इसी वजह से लगातार शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा सकी।
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डॉ. शर्मा द्वारा 14 दिसंबर 2023 को पत्र भेजा गया, इसके बाद सक्सेना का उत्तर 11 जनवरी 2024 को आया। जिसमें दावा किया गया कि ब्रिज का मेंटनेंस 21 दिसंबर को ही कर दिया गया है, महज सात दिनों में ब्रिज ठीक करने की बात भी किसी के गले नहीं उतर रही है।