
नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश संजीव सचदेवा व न्यायमूर्ति विनय सराफ की युगलपीठ के समक्ष बुधवार को घोड़ों के प्रकरण की सुनवाई हुई। इस दौरान केयरटेकर की ओर से शपथ पत्र पेश किया गया। जिसमें अवगत कराया गया कि हैदराबाद से जबलपुर लाए गए 57 घोड़ों में 19 की मौत हो गई है। तीन नए घोड़े खरीदे गए हैं। 22 घोड़े बेच दिए गए हैं। वर्तमान में 19 घोड़े शेष हैं, जिन्हें पर्याप्त खुराक प्रदान की जा रही है। सभी घोड़े स्वस्थ हैं और उनकी देखरेख में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जा रही है।
हाई कोर्ट ने यह जानकारी रिकार्ड पर ले ली। इसी के साथ मामले की अगली सुनवाई सात जनवरी को नियत कर दी। जबलपुर निवासी पशु प्रेमी सिमरन इस्सर की ओर से दायर याचिका में कहा गया था कि हैदराबाद निवासी सुरेश पाल गुड्डू हार्स पावर लीग के सूत्रधार है।
हैदराबाद रेस क्लब में दो घोड़ों की रेस कराकर उन्होंने एक एप के माध्यम से फिलीपिंस में आनलाइन स्ट्रीमिंग करते हुए सट्टा लगवाया। इस संबंध में फिलीपिंस सरकार ने केंद्र सरकार से शिकायत की थी। शिकायत के बाद उन्होंने इसे बंद कर दिया था। सुरेश पाल गुड्डू के पास 150 से अधिक घोड़े थे और उन्होंने चार माह पूर्व कर्मचारियों के वेतन देना बंद कर दिया था।
भोजन नहीं मिलने के कारण लगभग 90 घोड़ों की मौत हो गई थी। साक्ष्य छिपाने के लिए घोड़ों को नियम विरुद्ध तरीके से जबलपुर लगाकर सचिन तिवारी के द्वारा पनागर के रैपुरा में रखा गया है। देखरेख तथा भोजन व उपचार नहीं मिलने के कारण घोड़ों की मौत हो रही है। पिछली सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता की तरफ से पेश रिज्वाइंडर में कहा था कि पिछले माह कुछ और घोड़ों की मौत हुई है, जिसे छिपाया जा रहा है।
हाई कोर्ट ने घोड़ों के केयरटेकर सचिन तिवारी को शपथ पत्र में वर्तमान में कितने घोड़े बचे हैं और उनका मानसिक व शारीरिक स्टेटस के संबंध में हलफनामा पेश करने के निर्देश जारी किए थे। याचिका पर बुधवार को हुई सुनवाई के दौरार केयरटेकर की तरफ से हफलनामा में उक्त जानकारी पेश की गई।
इसके अलावा घोड़ों को दी जाने की वाली खुराक तथा दवाओं के संबंध में जानकारी पेश की। यह भी बताया गया कि ठंड से बचाव के लिए घोड़ों के लिए कंबल खरीदे गए हैं और पीने के पानी के लिए हैंडपंप लगाया गया है। याचिकाकर्ता की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता ब्रायन डिसल्वा व अधिवक्ता सोमेश अग्रवाल ने पक्ष रखा।