नईदुनिया, जबलपुर (Jabalpur News)। जबलपुर मंडल के सतना-बरेठिया स्टेशनों के मध्य नई रेल लाइन तैयार हुई है। नवनिर्मित रेल लाइन का निरीक्षण रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) मनोज अरोरा ने किया। 110 किमी प्रतिघंटा की गति से इंजन दौड़ाकर नवीन रेललाइन की मजबूती को जांचा गया।
वहीं जबलपुर-अंबिकापुर इंटरसिटी एक्सप्रेस (11265) 11 अक्टूबर से पटरी पर लौट आएगी। रेलवे ने कटनी-शहडोल रेलखंड पर रेलपथ अधोसरंचना कार्य के कारण तीन रेलगाड़ी का संचालन निरस्त किया था। जबलपुर-अंबिकापुर इंटरसिटी को दो से 11 अक्टूबर तक निरस्त किया गया था।
सीआरएस ने ट्रैक का बारीकी से निरीक्षण कर तकनीकी पहलुओं का अध्ययन किया। यह देखा कि रेललाइन सामान्य ट्रेनों के संचालन के लिए तैयार है कि नहीं? इस दौरान सीआरएस ने सिग्नल सिस्टम, विद्युत आपूर्ति व्यवस्था, ओएचई लाइन, यार्ड के कार्यों गुणवत्ता की जांच की।
स्टेशनों के भवन, उपलब्ध सुविधाओं, समपार फाटकों में सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी ली। सीआरएस ने व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया है। अनुमति पत्र प्राप्त होते ही नवीन रेलखंड में ट्रेनों का संचालन हो सकेगा। सीआरएस का पश्चिम मध्य रेल में नवनिर्मित रेललाइन की जांच का बुधवार को लगातार तीसरा दिन था।
सीआरएस ने सात अक्टूबर को कटनी-सिंगरौली दोहरीकरण परियोजना के अंतर्गत जोबा-मड़वासग्राम रेलखंड में 7.5 किलोमीटर नई लाइन का निरीक्षण किया था। आठ अक्टूबर को कटनी बीना रेलखंड में तीसरी लाइन परियोजना के असलाना-दमोह के मध्य निर्मित 12.8 किमी नई लाइन की जांच की थी।
रेलवे ने कटनी-शहडोल रेलखंड में बीरसिंहपुर स्टेशन से तीसरे रेलपथ को जोड़ने संबंधी कार्य को लक्ष्यित समय से पूर्व पूर्ण कर लिया है। इसके चलते निरस्त की गई रेलगाड़ियों काे एक दिन पूर्व ही बहाल करने का निर्णय किया है।
जबलपुर-अंबिकापुर के मध्य एकमात्र सीधी रेल के निरस्त होने से रेलमार्ग से जुड़े आठ जिले के यात्री प्रभावित हाेते है। बहाल की गई गाड़ियां अपने नियमित समय-सारिणी के अनुसार संचालित होगी।