
नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। जिले के 19 लाख 25 हजार मतदाताओं की कुंडली खंगालने में 2100 से ज्यादा बीएलओ जुटे हैं। डेढ़ माह तक घर-घर जाकर बीएलओ ने एक-एक मतदाता की कुंडली खंगाली। इस दौरान पता चला कि मतदाता सूची में दो लाख 48 हजार 563 ऐसे मतदाता दर्ज रहे, जिनकी मृत्यु हो चुकी है अथवा शहर से बाहर चले गए हैं या फिर किसी अन्य शहर की मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करवा लिया है। अब ऐसे नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं। वहीं अब भी 69 हजार 262 ऐसे मतदाता हैं जिन्होंने अपनी पात्रता के दस्तावेज तो दिए परंतु 2003 की मतदाता सूची में उनका नाम नहीं मिला। इन मतदाताओं को एसडीएम कार्यालय से नोटिस जारी किए जा रहे हैं। बीएलओ नोटिस की तामीली करेंगे। जिसके बाद संबंधित व्यक्ति को एसडीएम कार्यालय पहुंचकर मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के संबंध में वांछित दस्तावेज जमा करने होंगे। अन्यथा उनके नाम जिले की मतदाता सूची से विलोपित कर दिए जाएंगे।
विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत मंगलवार से एसआइआर 2.0 शुरू हो रहा है। इसमें पहले दिन प्रारूप मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा। इस सूची के जारी होते ही दावे एवं आपत्तियां दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। मतदाताओं का नाम सूची में शामिल नहीं है या जिनकी जानकारी में त्रुटि है, वे 23 दिसंबर 2025 से 22 जनवरी 2026 तक या अपने राज्य की अधिसूचित अवधि के भीतर आवेदन कर सकेंगे। वहीं दावों की जांच और सत्यापन का कार्य निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी यानी ईआरओ और बूथ लेवल आफिसर यानी बीएलओ द्वारा किया जाएगा, जो फरवरी 2026 के मध्य तक चलेगा। सभी सुधारों के बाद अंतिम मतदाता सूची 21 फरवरी 2026 को प्रकाशित की जाएगी।
एसआइआर 2.0 में भी राजनीतिक दलों की भूमिका बढ़ गई है। भारतीय जनता पार्टी समेत अन्य दल बूथ स्तर पर सक्रिय भागीदारी निभाने की तैयारी कर चुके है। हालांकि भाजपा इस मामले में आगे नजर आ रही है। किसी भी चुनाव से पहले जिस तरह बूथ में पेज प्रभारी एक-एक मतदाता से संपर्क करते हैं, ठीक उसी तरह वे पेज के हर मतदाता की पहचान कर, आपत्ति प्रस्तुत करेंगे, जो फर्जी हैं या 2003 के बाद जोड़े गए हैं और उनका पुराना कोई रिकार्ड नहीं है। इसी तरह जिन युवाओं के नाम सूची में में शामिल नहीं है, उनके नाम भी सूची में जुड़वाए जाएंगे। भाजपा ने संगठन के सभी प्रभारी, विधायक और सांसदों को निर्देश दिए हैं कि वे एसआइआर के दूसरे चरण में दावे-आपत्ति और नाम जुड़वाने के काम को सर्वोच्च प्राथमिकता दें।
1. पाटन - दो हजार 850 मतदाता
2. बरगी- चार हजार 875 मतदाता
3. पूर्व- 14 हजार 414 मतदाता
4. पश्चिम- 15 हजार 364 मतदाता
5. कैंट- 16 हजार 157 मतदाता
6. उत्तर- छह हजार 144 मतदाता
7. पनागर- आठ हजार 204 मतदाता
8. सिहोरा- एक हजार 254 मतदाता
एक बात और यदि किसी मतदाता का नाम प्रारूप सूची में नहीं मिलता है, तो फार्म-6 (नया नाम जोड़ने के लिए या सुधार से संबंधित फार्म तुरंत ऑनलाइन या फिर बीएलओ के माध्यम से भर दें। निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं से समय सीमा के भीतर प्रक्रिया पूर्ण करने कहा है, ताकी अंतिम सूची में किसी भी पात्र मतदाता का नाम छूट न जाए।